सार

बिहार में आम लोगों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाले पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं है। पटना में गुरुवार की देर शाम सड़क हादसे में घायल हुए दारोगा को हॉस्पिटल पहुंचाने की बात तो छोड़िए , बदमाशों ने उनका पिस्टल, मोबाइल और पर्स मार लिया। सरकारी लोडेड पिस्टल गायब होने से हड़कंप मचा है। 
 

पटना। बिहार में आम लोगों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाले पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं है। पटना में बुधवार की देर शाम सड़क हादसे में घायल हुए दारोगा को हॉस्पिटल पहुंचाने की बात तो छोड़िए , बदमाशों ने उनका पिस्टल, मोबाइल और पर्स मार लिया। सरकारी लोडेड पिस्टल गायब होने से हड़कंप मचा है। घटना बुद्धा कॉलोनी थाने की है। थाने के दारोगा चंद्रायन मरांडी एक जनवरी की शाम अपनी ड्यूटी पूरी कर बाइक से अपने आवास जा रहे थे। इसी बीच अज्ञात वाहन से उनकी टक्कर हो गई। इस हादसे में वो सड़क किनारे बेहोश हो गए। जिसके बाद किसी ने उनका लोडेड सरकारी पिस्टल, मोबाइल और पर्स उड़ा लिया। 

लोडेड पिस्टल गायब होने से मचा हड़कंप
देर रात उधर से गुजर रही पाटलिपुत्र थाने की गश्ती वाहन ने सड़क किनारे पड़े बेहोश दारोगा को देखा तो उठा कर हॉस्पिटल पहुंचाया। दारोगा का एक निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उनके सिर में गंभीर चोट आई है। गुरुवार को उनके सेहत में सुधार होने के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया गया। हालांकि अभी भी वो बात करने की स्थिति में नहीं है। दूसरी ओर सरकारी लोडेड पिस्टल गायब होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है। 

सीसीटीवी खंगाला, पर सफलता नहीं मिली
पाटलिपुत्र थानेदार केपी सिंह ने बताया ने दारोगा लगातार बेहोश हो रहे हैं। होश आने के बाद उनके बयान पर मामला दर्ज कर छानबीन की जाएगी। घटना के बाद गुरुवार को पुलिस ने घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खंगाला, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। दारोगा के साथियों ने बताया कि उनके पिस्टल की मैगजीन में 20 कारतूस भी थे। घटना की जानकारी दारोगा के परिजनों की दे दी गई है।