सार
पुलिस का काम लोगों को सुरक्षा देना है। लेकिन कई बार पुलिस अपने कर्तव्य को भूलकर खाकी का धौंस दिखाने लगते है। भागलपुर में हुई ऐसी स्थिति में आक्रोशित भीड़ ने पुलिस के तीन जवानों को जीवन भर का सबक सिखाया।
भागलपुर। बीते 12 जनवरी को भागलपुर में देररात सिनेमा देखकर घर लौट रहे एक युवक से छिनतई की घटना हुई थी। हबीबपुर थाना क्षेत्र के शाहजंगी गांव निवासी मो. राजा जब सिनेमा देखकर रात में 11.30 बजे घर लौट रहे थे तब बाइक सवार सिपाहियों ने हथियार दिखाकर 8 हजार रुपए लूट लिए थे। इस घटना की सूचना मो. राजा ने अगले दिन सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को दी थी। जिसके बाद कोतवाली इंस्पेक्टर ने एफआईआर दर्जकर मामले की छानबीन शुरू की थी। केस दर्ज होने के बाद लूट में शामिल सिपाही ने अपने साथियों को केस मैनेज करने के लिए शनिवार को शाहजंगी गांव भेजा था। जहां वर्दी का धौंस दिखारहे तीनों सिपाहियों को भीड़ ने जीवन भर का सबक सिखाया।
बात नहीं बनने पर सिपाहियों ने दिखाई थी पिस्टल
मिली जानकारी के अनुसार केस मैनेज करने के उद्देश्य से पीटीसी की ट्रेनिंग कर रहे सिपाही मो. शमीम, मो. नदीम और मो. जावेद शाहजंगी गांव पहुंचे थे। जहां छिनतई के पीड़ित मो. राजा के रिश्तेदार मो. सिराज के दुकान पर दोनों पक्षों की बातचीत हो रही थी। इसी बीच बात नहीं बनने पर सिपाही गुस्से में आ गए और वर्दी का धौंस दिखाने लगे। आरोप है कि सिपाहियों ने भीड़ पर पिस्टल भी दिखाई। इसके बाद नाराज लोगों ने तीनों सिपाहियों की जमकर पिटाई कर दी और तीनों को बंधक बनाकर मामले की सूचना थाना को दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष भी लपेटे में
मामले में एसएसपी ने कहा कि मो. राजा से छिनतई करने वाला सिपाही दूसरा है। दुकान पर लोगों द्वारा बंधक बनाए गए तीनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनपर रंगदाी और आर्म्स एक्ट का मुकदमा किया जा रहा है। लूट में शामिल सिपाही की पहचान की जा रही है। उसके बाद उसपर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर पकड़े गए तीनों सिपाहियों ने बताया कि पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष सोमेश कुमार और सिपाही पीताम्बर कुमार के कहने पर वे लोग राजा के यहां समझौता करने पहुंचे थे। मामले में पुलिस सोमेश और पीताम्बर से भी पूछताछ कर सकती है।