सार

बिहार में वर्ष 2016 से शराबबंदी है। लेकिन शराबबंदी के बाद भी राज्य में पड़ोसी राज्यों से शराब की खेप पहुंचती है। जिसे महंगी कीमत पर बिहार में बेचा जाता है। शराब की तस्करी का ये धंधा लॉकडाउन के दौरान भी जारी है। इस बीच पटना में पुलिस ने शराब तस्करों के एक गैंग को गिरफ्तार किया है।  
 

पटना। बिहार पुलिस ने राजधानी पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र में पेट्रोल टैंकर से शराब तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने राजेंद्र नगर रोड नंबर 11 के पास स्थित पार्क के पास से शराब की पेटी से भरे टैंकर, एक स्कार्पियो, ड्राइवर खलासी सहित पांच तस्कर को गिरफ्तार किया है। 200 पेटी से अधिक शराब पुलिस जब्त की है जिसकी कीमत आठ लाख रुपए आंकी जा रही है। पुलिस ने टैंकर के ड्राइवर बिरजू प्रसाद, खलासी ताराकांत, शराब लेने आए तस्कर कर्ष, अखिल और रेहान को गिरफ्तार किया है। 

राजनैतिक दल का झंडा लगे वाहन से पहुंचे तस्कर
तस्कर स्कार्पियो से शराब लेने आया था। स्कार्पियो पर बिहार सरकार लिखा हुआ है और एक राजनैतिक दल का झंडा लगा हुआ है। थानेदार निशिकांत निशि ने कहा कि सभी टैंकर में शराब छिपाकर ला रहे थे। बताया जाता है कि गिरफ्तार तस्कर झारखंड से शराब की खेप मंगवाते हैं। पेट्रोल टैंकर में भरकर शराब की खेप लाई जाती है। जिसकी डिलवरी पटना में स्थानीय सफेदपोशों की शह पर किया जाता है। पटना में शराब तस्करी करने वाला यह बड़ा गिरोह है। गिरोह का सरगना अखिल है। वह यूपी और झारखंड से शराब पेट्रोल के टैंकर में भरकर मंगवाता था। 

अनिसाबाद, चितकोहरा व अन्य इलाकों में रेड
बताया जाता है कि इस गिरोह के पीछे पुलिस कई दिनों से पड़ी थी। पक्की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने रंगेहाथों सभी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए शराब तस्कर अखिल ने पूछताछ में कुछ और तस्करों के नाम बताए हैं। उसकी निशानदेही पर पटना के अनिसाबाद, चितकोहरा आदि इलाके में छापेमारी हुई। उल्लेखनीय हो कि इस समय लॉकडाउन के कारण राज्य की सीमाओं पर सख्ती ज्यादा है, लेकिन इसके बाद भी ये तस्कर शराब की खेप लेकर पटना तक पहुंचने में सफल रहे, यह प्रशासनिक लापरवाही को दिखाता है।