सार

बिहार के तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी पहचान रखने वाले मुंगेर प्रक्षेत्र के डीआईजी मनु महाराज के नाम से फर्जी फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट चलाने के मामले में पुलिस ने गया से कोचिंग संचालक दो भाईयों को गिरफ्तार किया है। 
 

मुंगेर। डीआईजी मनु महाराज के नाम से फर्जी फेसबुक एवं इंस्टाग्राम आईडी बनाकर अपने कोचिंग संस्थान (मोलीक्यूलर क्लासेज) का प्रचार-प्रसार करने और छात्राओं को अश्लील फोटो भेजने के मामले में मुंगेर पुलिस की स्पेशल टीम ने गया के बेलागंज से कोचिंग संचालक नीरज कुमार एवं धीरज कुमार को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से दो मोबाइल भी बरामद किया गया है। बता दें कि इस संबंध में ईस्ट कॉलोनी थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 

फेसबुक, इंस्टाग्राम यूज नहीं करते डीआईजी 
मनु महाराज ने बताया कि वे फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वे केवल व्हाट्स एप का ही प्रयोग करते हैं। डीआईजी ने बताया कि उन्हें जैसे ही अपने नाम से फेसबुक अकाउंट चलने की जानकारी हुई तो उन्होंने तुरंत इस मामले में तकनीकी सेल को जांच का जिम्मा सौंपा। तकनीकी सेल ने जांच में बताया कि डीआईजी का फर्जी फेसबुक अकाउंट गया के रामजी मार्केन बेलागंज निवासी नीरज कुमार पिता अजय कुमार गुप्ता चला रहा है। 

धीरज लड़कियों को भेजता था अश्लील मैसेज
स्पेशल टीम ने गया पुलिस के सहयोग से नीरज को गिरफ्तार किया। पूछताछ में नीरज ने बताया कि मोबाइल सिम मेरे नाम से है लेकिन इसका उपयोग छोटा भाई धीरज उर्फ राज करता था। इसके बाद धीरज को गिरफ्तार किया गया। धीरज ने बताया कि छात्र-छात्राएं डीआईजी के नाम से प्रभावित हो उसके कोचिंग आएं। इसके लिए इसका उपयोग कर रहा था। धीरज ने ही कई छात्राओं को अश्लील मैसेज भी भेजा था। जिसका प्रमाण उससे मिले मोबाइल से मिला। 

6 वर्ष से चला रहा था डीआईजी का अकाउंट
गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया वह 6 सालों से वह डीआईजी के नाम से फेसबुक चला रहा था। जब मनु महाराज का स्थानांतरण गया हुआ था। उस समय से ही उनकी प्रसिद्धि को भुनाने के लिए तथा अपने कोचिंग से अधिक से अधिक छात्रों को जोड़ने के लिए पहले उसने डीआईजी के फोटो का प्रयोग किया। बाद में उनके नाम से फेसबुक आईडी बना डाला।