सार

बिहार के बेतिया में एक पुत्र ने अपने बुजुर्ग पिता को पीट-पीट अधमरा कर दिया। इलाज के दौरान बुजुर्ग पिता की मौत हो गई। मामले में मां ने बेटे पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।  

बेतिया। जिस बेटे को कंधे पर बिठाकर घुमाया, जिसकी ख्वाइशों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत की, उसी ने बुर्जुग पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मामला बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के भितहां थाना के पूर्वी भगवानपुर गांव का है। 

बेटे ने चल-अचल संपत्ति में हिस्सा लेने और इसका विरोध करने पर पिता को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और परिवार समेत फरार हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान बंसी यादव के पुत्र 55 वर्षीय महातम यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बगहा भेज दिया। मृतक की पत्नी और हत्यारे की मां शनिचरी देवी ने कलेजे पर पत्थर रखकर थाने में बेटा-बहू समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

एक साल से जायदाद में हिस्सा मांग रहा था बेटा
जानकारी के अनुसार करीब साल भर से महातम का बड़ा बेटा उमाशंकर पिता पर जायदाद में हिस्सा देने के लिए दबाव बना रहा था। 24  अप्रैल की सुबह भी ट्रैक्टर टेलर में हिस्सा के लिए उमाशंकर ने दबाव बनाया जिसे महातम ने इनकार कर दिया और कहा कि जबतक मैं जीवित हूं, मैं ही मालिक हूं। मेरे मरने के बाद ही तुम जायदाद के हिस्सेदार होगे। इसके बाद विवाद शुरू हुआ और उमाशंकर, उसकी पत्नी मीरा, पुत्र पप्पू एवं रत्नेश उलझ गए और महातम को पीटने लगे। 

मां, छोटे भाई व उसकी पत्नी को भी पीटा
विवाद सुलझाने आए महातम के छोटे बेटे उमेश, उसकी पत्नी एवं मां शनिचरी को भी बुरी तरह से पीटा। सभी घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए 24 की शाम गोरखपुर ले जाया गया। इलाज के दौरान गोरखपुर के अस्पताल में रविवार सुबह महातम ने दम तोड़ दिया। मौत के बाद मां के साथ पिता का शव लेकर छोटा भाई उमेश गांव पहुंचा। मामले में मृतक की पत्नी शनिचरी ने अपने बड़े बेटे, बहू समेत चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। छानबीन कर रहे थानाध्यक्ष ने बताया कि चारों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।