सार

छात्र 1700 रुपए प्रतिमाह के दर से नंदलाल चौरसिया के मकान में रहते थे कमरे के शौचालय की सफाई काफी दिनों से नहीं हुई थी घटना के बाद लोगों ने किया हंगामा
 

औरंगाबाद: शहर के गांधी नगर मोहल्ले में किराया विवाद में एक छात्र की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। घटना के समय पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन लोगों की भीड़ के सामने वो कुछ नहीं कर सकी। हालांकि मृतक के परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस चाहती तो मेरा बेटा नहीं मरता। बता दें कि मकान मालिक और किरायेदार के इस विवाद में छात्र की हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध किया। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि पूरी घटना पुलिस के सामने घटी, फिर भी वरीय अधिकारियों को नहीं बताया गया। अब पुलिस लाश उठाने के लिए दवाब बना रही है। जब छात्र के साथ पुलिस पर किरायेदार ने पूरे परिवार के साथ हमला किया तब पुलिस को और जवान को बुलाना चाहिए था। मकान को सील कर मकानमालिक को रातों-रात गिरफ्तार करना चाहिए था। 

किराये में 100 रुपए कम देने से शुरू हुआ विवाद

घटना के बारे में मृतक के भाई नीतीश कुमार ने बताया कि वे लोग 1700 रुपए प्रतिमाह के दर से नंदलाल चौरसिया के मकान में रहते थे। कमरे के शौचालय की सफाई काफी दिनों से नहीं हुई थी। इस कारण हमलोगों ने इस महीने में किराये से 100 रुपया कम देने का फैसला किया था। ताकि उस पैसे से शौचालय की सफाई कराई जा सके। इसकी जानकारी होते ही मकान मालिक तैश में आया और बोला कि पैसे पूरे दो नहीं तो मकान खाली करो। इसी बीच उसने सतीश (मृतक) पर टॉर्च से वार कर दिया। इसके बाद हम सतीश का इलाज हॉस्पिटल गए और वहां से लौटते समय पुलिस को साथ लेकर कमरे पर आए। जहां दोबारा हमले में सतीश की हत्या कर दी गई। 

चोर-चोर कह कर की छात्र की पिटाई
 

नीतीश ने बताया कि पुलिस के साथ होते हुए उन लोगों ने चोर-चोर का हल्ला उठा दिया। और पूरे परिवार के साथ मिलकर हमलोगों को मारा-पीटा। पुलिस को भी चोट लगी। इसी बीच मकानमालिक के बेटे ने छत से एक बड़ा पत्थर सतीश को दे मारा। जिससे सतीश बेहोश हो गया। इसके बाद हमलोग सतीश को लेकर सदर अस्पताल गए, जहां से डॉक्टर ने उसे तुरंत रेफर कर दिया। हायर सेंटर जाने के दौरान रास्ते में ही सतीश की मौत गई। ये पूरी घटना गुरुवार रात की है। 

शुक्रवार को जमकर हुआ शहर में हंगामा

घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को शहर में जमकर हंगामा हुआ। औरंगाबाद सदर अस्पताल से लेकर रमेश चौक तक लोगों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और पुलिस के लचर काम का विरोध किया। हंगामा शांत करने के लिए स्वयं सड़क पर उतरे एसपी दीपक वर्णवाल ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम बनाई गई है। जल्द सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। मकान मालिक के हमले में कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हुए है।