सार

बिहार में फिर से मौसम के प्रकोप के आसार बढ़ने लगे हैं। बगहा और नेपाल की तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। 

पटना(Bihar). देश से लगभग इस साल का मानसून विदा हो चुका है। कुछ ऐसे इलाके जहां देर तक बारिश होती है उन्हीं इलाकों में अब थोड़ी बहुत बारिश की संभावना बची हुई है। लेकिन बिहार में फिर से मौसम के प्रकोप के आसार बढ़ने लगे हैं। बगहा और नेपाल की तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बिहार में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। यही नहीं तकरीबन 11 जिलों में वज्रपात के भी आसार जताए गए हैं। सूबे में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

बता दें कि मौसम विभाग ने बुधवार तक पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, किशनगंज और अररिया जिले में भारी वर्षा की चेतावनी है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस बार दिवाली से पहले गुलाबी ठंड का एहसास लोगों को होगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपरी हिस्सों के मध्य पश्चिम क्षेत्र और उत्तरी क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना है। इसके प्रभाव से प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जाताई जा रही है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में बिजली गरजने के साथ हल्की से भारी वर्षा के आसार हैं जबकि प्रदेश के 11 जिलों पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण, गोपालगंज, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद व अरवल जिले में  बिजली चमकने के साथ खतरनाक वज्रपात का अलर्ट है।

अगले तीन दिनों तक सक्रिय रहेगा मानसून 
मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा। शनिवार को पूर्वी चंपारण के ललबेगियाघाट में सर्वाधिक वर्षा 104 मिमी दर्ज की गई। वहीं राजधानी का अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 35.9 डिग्री सेल्सियस के साथ वैशाली व नालंदा का अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। इसके आलावा केसरिया में 73.5, ब्रह्मपुर में 48.4, तरैनी में 59.4, मुजफ्फरपुर में 34.4, मुसहरी में 29.2, जलालपुर में 28.6, निर्मली में 28.4, छपरा में 23, महिषी में 22.8,  झंझारपुर में 17.5, पिपराही में 14.2 मिमी व राजधानी में 0.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई।