सार
शहनाई वादन के क्षेत्र में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का नाम देश-दुनिया में लोकप्रिय है। पद्म श्री, पद्म विभूषण सहित अन्य कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके बिस्मिल्लाहं खां के नाम से बिहार में सांस्कृतिक विश्वविद्यालय खोलने की तैयारी चल रही है।
पटना। विश्व प्रसिद्ध शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खां के नाम पर बिहार सरकार सांस्कृतिक विश्वविद्यालय खोलने की तैयारी में जुटा है। बिहार सरकार के कला और संस्कृति विभाग की ओर से यह पहल की गई है। विवि के लिए करीब 10 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का प्रस्ताव दिया गया है। बिहार के कला और संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि बिहार के कई कलाकारों ने विश्वभर में नाम रोशन किया है ऐसे में हम सबका दायित्व है कि इन विभूतियों के लिए कुछ करें। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में सांस्कृतिक विश्विद्यालय की स्थापना की जाएगी।
10 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय बक्सर के डुमरांव में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां सांस्कृतिक विश्वाविद्यालय खोलने का निर्णय किया है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना कला और संस्कृति विभाग की पहल पर होगी। करीब 10 एकड़ जमीन का अधिग्रहण इसके लिए किया जाएगा। इस विवि में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां से जुड़े दस्तावेजों के साथ-साथ उनकी ड्रॉक्यूमेंट्री सहित उनकी यादों को संजोने का काम किया जाएगा। इस विवि का मकसद पढ़ाई के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी को बिहार के गौरव के रूबरू कराना भी होगा।
2001 में मिला था भारत रत्न
उल्लेखनीय हो कि बिस्मिल्लाह खां का जन्म 21 मार्च 1916 को बिहार के डुमरांव में हुआ था। उनका बचपन का नाम कमरुद्दीन था। बाद में वो बिस्मिल्लाह खां के नाम से मशहूर हुए। बिस्मिल्लाह खां को शहनाई वादन में महारत हासिल थी। उन्होंने शहनाई की गूंज पूरी दुनिया में पहुंचाने का काम किया। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को भारत सरकार ने 2001 में भारत रत्न से सम्मानित, 1980 में पद्म विभूषण, 1968 में पद्म भूषण और 1961 में पद्मश्री सम्मान से स्म्मानित किया था।