सार
बिहार में राजनीतिक उठापटक तेज हो चुकी है। वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को बीजेपी ने जोरदार झटका दिया है। सहनी के सभी तीन विधायकों को पार्टी में शामिल कराने के साथ साथ उनको एनडीए से ही अलग कर दिया गया है।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (NItish Kumar) ने रविवार को मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) को उनके मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। बिहार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने सन ऑफ मल्लाह (Son of Mallah) की बर्खास्तगी की जानकारी दी है। हालांकि, अधिकारिक रूप से इस बर्खास्तगी के बाबत कोई बयान नहीं दिया गया है।
दरअसल, सीएम नीतिश कुमार ने बीजेपी की सिफारिश का एक लिखित निवेदन मिलने के बाद राज्यपाल को मुकेश सहनी के मंत्री पद से बर्खास्तगी का लेटर भेज दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को भेजे गए अपने पत्र में अपने मंत्री परिषद से मुकेश सहनी को हटाए जाने की सिफारिश की है। उन्होंने लिखा है कि विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी अब एनडीए का हिस्सा नहीं हैं।
कौन हैं मुकेश सहनी?
विकासशील इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी, बिहार में निषाद समाज के नेता हैं। सन ऑफ मल्लाह उपनाम से जाने जाते हैं। बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे। चुनावों में सीटों के बंटवारा के ऐन वक्त पहले वह राजद गठबंधन को छोड़कर बीजेपी के साथ समझौता कर लिए थे। विधानसभा चुनावों में उनके चार विधायक जीते थे। हालांकि, सहनी खुद चुनाव हार गए थे। लेकिन नीतिश सरकार में उनको मंत्री पद दिया गया और बाद में विधान परिषद में भी भेजे गए। बीते दिनों उनके एक विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद तीन विधायक बचे थे। लेकिन मुकेश सहनी के बगावती तेवर को बीजेपी पसंद नहीं कर रही थी। विधायक के निधन के बाद रिक्त हुई बोचहां सीट पर हो रहे उपचुनाव में सहनी अपना प्रत्याशी उतारे हैं। वह प्रत्याशी के नामांकन में गए थे कि उसी दौरान बीजेपी ने उनके बचे तीन विधायकों को दल बदल कराते हुए अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। बीजेपी द्वारा मुकेश सहनी के तीनों विधायकों को तोड़े जाने के बाद मुकेश सहनी हमलावर हो गए। वह लगातार बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
अब बीजेपी ने कसा किनारा
वीआईपी के तीनों विधायकों को बीजेपी ने अपनी पार्टी में शामिल कराने के बाद कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी से किनारा कस लिया है। बीजेपी ने नीतिश कुमार को पत्र लिखकर यह बता दिया है कि वीआईपी अब एनडीए गठबंधन का हिस्सा नहीं है। ऐसे में वीआईपी कोटे के मंत्री मुकेश सहनी भी अब सरकार में नहीं रह सकते। बीजेपी का पत्र मिलने के बाद नीतिश कुमार ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मुकेश सहनी को पद से हटाए जाने की जानकारी दे दी है।
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