सार

थाने में बैठे ऑनड्यूटी पुलिस अधिकारी के सामने कोई नेता यदि नोटों का बंडल रख दें... तो उस अधिकारी का असहज होना स्वभाविक है। आम तौर पर ऐसा फिल्मों में देखने को मिलता है। लेकिन हकीकत में यह फिल्मी सीन दरभंगा जिले में देखने को मिला। 

दरभंगा। बिहार में विपक्षी महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी की एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है।  इस तस्वीर में सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर मुकेश एक पुलिस स्टेशन में थानेदार के सामने बैठे हैं। थानेदार के सामने टेबल पर नोटों का बंडल रखा है। कहा जा रहा है कि थानेदार के टेबल पर 10 हजार रुपए रखे गए। ये रुपए मुकेश साहनी ने ऑन ड्यूटी थानेदार के सामने रखते हुए कहा, "ये ले अपना घूस, और गाड़ी छोड़ दो।" 

अब ये पूरा मामला मीडिया में आ चुका है। जिसके बाद इस फिल्मी घटनाक्रम की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार सहरसा के नाहर निवासी सुशील मुखिया के ऑटो को पुलिस ने 23 मार्च को लॉकडाउन के उल्लंघन मामले में जब्त किया था। जिसके बाद सुशील अपनी गाड़ी को थाने से छुड़ाने के लिए प्रयासरत था। मगर 19 दिनों से उसकी गाड़ी नहीं छूट पा रही थी। सुशील का आरोप है कि गाड़ी छोड़ने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। मामले की जानकारी मुकेश साहनी को मिली। जिसके बाद वो रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे 10 हजार रुपए के नोटों की गड्डी लेकर थाने पहुंच गए। 

नेताजी ने की घूस की पेशकश
रविवार को मुकेश साहनी बिरौल थाना पहुंचे और थानाध्यक्ष किशोर कुणाल झा की मेज पर 10 हजार रुपए रख कर उन्हें जब्त टेंपो छोड़ने के लिए कहा। हालांकि थानाध्यक्ष ने रुपए नहीं लिए। मुकेश साहनी का आरोप है कि टेंपो छोड़ने के एवज में थाना अध्यक्ष के पुलिस पदाधिकारी 15 हजार रुपए की डिमांड करने लगे। अंत में दस हजार रुपए देने की बात हुई। मुकेश साहनी ने बताया कि वह उनके पास गया तो वे रविवार को थाना पहुंचे। थानाध्यक्ष ने कहा कि जब्त टेंपो की रसीद एसडीओ कार्यालय में भेज दी गई है। जब एसडीओ से मिलकर जब्त टेंपो जुर्माना लेकर छोड़ने को कहा तो बताया गया कि थाना से टेंपो की कोई जब्त सूची नहीं आई है।

थानाध्यक्ष ने आरोपों का किया खंडन
मामले में बिरौल थानाध्यक्ष ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि मुझ पर जबरदस्ती आरोप लगाया गया है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया। वहीं दूसरी ओर मुकेश साहनी ने मामले में डीएम, एसएसपी, डीजीपी, सीएम को पत्र लिख करवाई की मांग की है। डीजीपी को भी अवगत कराया गया है जहां से जांच का आश्वासन मिला है। मामले में एसडीओ ब्रज किशोर लाल ने बताया कि जब्त गाड़ी के मालिक आएंगे तो चालान काट कर गाड़ी रिलीज कर दी जाएगी। मामले की छानबीन की जा रही है। दोषी पर कार्रवाई होगी।