सार
इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला बिहार के गया जिले से सामने आया है। जहां पंजाब से पति संग लौटी एक महिला को कोरोना का संदिग्ध बताकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर आइसोलेशन वार्ड में उसके साथ एक डॉक्टर ने रेप की घटना को अंजाम दिया। दरिंदगी की इस घटना के दो दिनों बाद महिला की मौत हो गई।
गया। कोरोना काल में देश के अलग-अलग जगहों से डॉक्टर, नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मियों के घर-परिवार से दूरी बनाकर लगातार काम करने की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच बिहार से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने डॉक्टरी पेशे के सफेद कोर्ट को दागदार कर दिया है। बिहार के गया जिले में सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज हैं।
यहां डॉक्टरी की पढ़ाई के साथ-साथ गंभीर बीमार मरीजों का इलाज भी होता है। उस क्षेत्र में कोरोना के मरीजों के इलाज की व्यवस्था सरकार ने इसी अस्पताल में की है। इस अस्पताल में कोरोना मरीज व कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर में 24 वर्षीय महिला मरीज के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया।
पंजाब से लौटी थी महिला, आइसोलेशन में किया रेप
मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता अपने पति के साथ पंजाब के लुधियाना में रहती थी। जहां कुछ दिनों पहले अधिक रक्तस्राव के कारण उसे अबॉर्शन कराना पड़ा था। लेकिन अबॉर्शन के बाद भी रक्तस्राव नहीं रुकता देख और लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी छिन जाने के बाद पति एंबुलेंस बुक कर पत्नी को घर ले आया। यहां आने के बाद पीड़िता को एएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के परिजन लेकर गए। जहां उसकी ट्रैवल हिस्ट्री और सिमटम देख उसे कोरोना का संदिग्ध बता 1 अप्रैल को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया। जहां वो बिल्कुल अकेली थी।
तीन अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव मिलने पर हुई डिस्चार्ज
एक से तीन अप्रैल तक महिला आइसोलेशन सेंटर में रही। तीन अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन इसी बीच उसका नियमित चेकअप करने वाले डॉक्टर ने बेहोश कर उसका रेप किया। जब पीड़िता की सास उससे मिली तो बहू ने उसे बताया कि माथे पर टीका लगाने वाले एक डॉक्टर ने मेरे साथ बलात्कार किया। सास ने इस बात को वहां तैनात गार्ड को बताई। लेकिन उसने इज्जत की दुहाई देकर चुप करा दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़िता के साथ डॉक्टर लगातार दो रात बलात्कार की घिनौनी घटना को अंजाम दिया। तीन मार्च को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी पीड़िता का रक्तस्राव जारी रहा।
राजद ने ट्वीट कर सरकार पर साधा निशाना
घर लाने के बाद वो भी लगातार अपने पति और परिजनों को बलात्कार की घटना के बारे में बोलती रही। लेकिन परिजन इज्जत के डर से चुप रहे। छह मार्च को पीड़िता की मौत हो गई। जिसके बाद उसकी सास से हुई बातचीत के आधार पर मीडिया में खबरें बनी। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गरमाया। मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने घटना से जुड़ी कवरेज को ट्विट कर सरकार पर निशाना भी साधा। मामला गरमाने के बाद प्रशासन ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ प्रशासन भी अब इस मुद्दे को लीपापोती करने में जुटा है।