सार

मुंबई। अमिताभ बच्चन के यूं तो करोड़ों फैन्स हैं, लेकिन इनमें 41 साल के जफर शेख की पहचान अपनी बहादुरी की वजह से है। दरअसल, हर रविवार को जफर बिग बी के  बंगले 'जलसा' के बाहर उनकी झलक पाने के लिए जाते हैं। पिछले रविवार जब जफर वहां पहुंचे तो उनके हाथ में पट्टी बंधी हुई थी। जब इस बारे में और जानकारी खोजी गई तो सामने आया जफर की बहादुरी का किस्सा। जफर के साहस को सलाम करते हुए खुद बिग बी उनसे मिले और बहादुरी की तारीफ भी की। 

मुंबई। अमिताभ बच्चन के यूं तो करोड़ों फैन्स हैं, लेकिन इनमें 41 साल के जफर शेख की पहचान अपनी बहादुरी की वजह से है। दरअसल, हर रविवार को जफर बिग बी के  बंगले 'जलसा' के बाहर उनकी झलक पाने के लिए जाते हैं। पिछले रविवार जब जफर वहां पहुंचे तो उनके हाथ में पट्टी बंधी हुई थी। जब इस बारे में और जानकारी खोजी गई तो सामने आया जफर की बहादुरी का किस्सा। जफर के साहस को सलाम करते हुए खुद बिग बी उनसे मिले और बहादुरी की तारीफ भी की। 

मुंबई के उपनगरीय इलाके वसई के रहने वाले जफर शेख मुंबई के ही अंधेरी (ईस्ट) में चाबी की दुकान चलाते हैं। बीते शनिवार उनकी दुकान के सामने ही एक आदमी महिला के गले से सोने की चेन छीनकर भाग रहा था। ये देखते ही जफर उस चेन स्नैचर के पीछे दौड़ पड़े और एक किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उसे धर दबोचा। इसके बाद उन्होंने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी की पहचान 22 साल के इमरान शब्बीर शेख के रूप में हुई है।

जफर के हाथ में लगे हैं 10 टांके : 
चेन स्नैचर को पकड़ने के दौरान हुई हाथापाई में जफर के बाएं हाथ में चोट लगी, जिसकी वजह से 10 टांके लगाने पड़े। चोटिल होने के बावजूद जफर की अमिताभ से मिलने की ख्वाहिश कम नहीं हुई और बीते रविवार को वो एक बार फिर बिग बी से मिलने पहुंच गए। 

आरोपी ने जफर पर ब्लेड से किया हमला : 
एक पॉपुलर अखबार से बातचीत में जफर ने बताया, "मैंने उसे चेन खींचते हुए देखा। इतने में उसने दौड़ लगा दी तो मैं उसका पीछा करने लगा। करीब एक किलोमीटर तक उसका पीछा करने के बाद जब मैंने उसे पकड़ लिया तो उसने मुझ पर ब्लेड से हमला कर दिया। इस दौरान मेरे हाथ में चोट आई लेकिन मैंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

जफर से खुद मिले अमिताभ बच्चन : 
जफर के मुताबिक, मैं अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा फैन हूं। इस घटना के बाद मुझे उनसे उन्हीं के घर पर मिलने का मौका मिला। उन्होंने मेरे हाथ के बारे में पूछा तो मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया। उन्होंने मेरी बहादुरी की तारीफ करते हुए गले भी लगाया।