सार

दीपिका पादुकोण के जेएनयू में छात्रों के साथ मुलाकात के बाद लोग उन पर सवालिया निशान इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि उन्हें बहुत कम बार सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते देखा गया है।

मुंबई. दीपिका पादुकोण इन दिनों अपने अपकमिंग फिल्म 'छपाक' की प्रमोशन में बिजी हैं। ऐसे में फिल्म की प्रमोशन से वक्त निकालकर वो मंगलवार को दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी पहुंचीं। वहां उन्होंने मंच पर कोई भाषण नहीं दिया बल्कि अपनी मौजूदगी दर्ज कराने गई थीं। इस दौरान एक्ट्रेस ने जेएनयूएसयू छात्र नेता आइशी घोष से मुलाकात भी की थी। दीपिका की इस मुलाकात को फिल्म प्रमोशन की एक स्ट्रेजी बताई जा रही हैं। 

सोशल मीडिया पर लोगों ने 'छपाक' से किया बायकॉट

दीपिका के JNU छात्रों से मुलाकात के बाद लोग सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। लोग दीपिका को कह रहे हैं कि उन्होंने फिल्म के प्रमोशन के लिए अच्छा तरीका निकाला। साथ ही कुछ लोग कह रहे हैं कि NRC CAA का जामिया में इतने दिनों से विरोध चल रहा है तब वो कहां गई थीं? और इस दौरान भी उन्होंने CAA का विरोध कर रही जामिया की महिलाओं से मुलाकात तक नहीं की। ट्विटर पर दीपिका को लेकर एक ने ट्वीट किया और लिखा, शर्म करो दीपिका पादुकोण, 'टुकड़े टुकड़े गैंग' के साथ कितने अच्छे तरीके से आपने अपनी मूवी प्रमोट की। लेकिन हम मूर्ख नहीं हैं। हम आपको बताएंगे की आपने क्या गलती की है? हैजटैग बायकॉट ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है। 

 

दीपिका ने कभी नहीं रखी सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय

दीपिका पादुकोण के जेएनयू में छात्रों के साथ मुलाकात के बाद लोग उन पर सवालिया निशान इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि उन्हें बहुत कम बार सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते देखा गया है। कुछ समय पहले एक इंटरव्यू के दौरान दीपिका से पूछा भी गया था कि वो सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय क्यों नहीं रखती हैं? इस पर उन्होंने जवाब दिया था कि अगर उन्हें सोशल इश्यूज पर अपनी राय रखनी है तो उन्हें एक्टिंग छोड़नी होगी और फुल टाइम एक एक्टिविस्ट बनना पड़ेगा।    

दीपिका ने CAA-NRC को लेकर कही ये बात

दीपिका से इस दौरान CAA-NRC कानून के खिलाफ अन्य जगहों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि उन्हें लगता है कि सबसे पहले उन्हें जो कहना था वो उन्होंने दो साल पहले ही कह दिया था। डब पद्मावत रिलीज हो रही थी तब उस वक्त उन्होंने इस चीज को महसूस किया था। उस वक्त उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन अब वो जो चीजें देख रही हैं, इससे उन्हें बहुत दर्द होता है। दर्द इसलिए होता है क्योंकि उन्हें लगता है कि अब ये सब नॉर्मल नहीं हो सकता है। कोई भी कुछ भी कह सकता है। डर भी लगती है और दुख बी होता है। एक्ट्रेस का कहना था कि जो देश की नींव रखी गई थी वो तो नहीं थी।