सार
वेतन न मिलने से तंग आकर महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के एक बस कंडक्टर ने सोमवार को जलगांव में आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने इसके लिए राज्य की उद्धव सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं कंगना ने इस खबर की लिंक शेयर करते हुए सीधे सोनिया गांधी पर हमला बोला है।
मुंबई। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के एक बस कंडक्टर ने वेतन न मिलने से तंग आकर सोमवार को जलगांव में खुदकुशी कर ली। मृतक के परिजनों ने इसके लिए राज्य की उद्धव सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं कंगना ने इस खबर की लिंक शेयर करते हुए सीधे सोनिया गांधी पर हमला बोला है। कंगना रनोट ने अपने ट्वीट में लिखा- सोनिया सेना पर शर्म आती है। बता दें कि मामले को तूल पकड़ता देख महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री ने कर्मचारियों से ऐसा कोई कदम न उठान की अपील की है। इसके साथ ही उन्हें तत्काल एक महीने का वेतन देने की बात कही है। आखिर क्या है पूरा मामला...
महाराष्ट्र के जलगांव का एक युवक महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर के पद पर नौकरी करता था। मृतक के भाई का आरोप है कि उसे पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिल रही थी, जिससे वो काफी परेशान था और इसी के चलते उसने आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता अनिल चौधरी का कहना है कि उनका बेटा MSRTC जलगांव डिपो में तैनात था। वह कर्ज के चलते पहले से ही जूझ रहा था। ऐसे में पिछले कई महीनों से वेतन न मिलने के कारण उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने मनोज की मौत के लिए उद्धव सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
सुसाइड नोट में लिखी ये बात :
जलगांव डिपो में काम करने वाले मनोज चौधरी की उम्र 30 साल थी। मनोज ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने कम वेतन और अनियमितताओं के चलते ये आत्मघाती कदम उठाया है। मेरी आत्महत्या से मेरे परिवार का कोई लेना-देना नहीं है। अब स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग मेरे पीएफ और एलआईसी का पैसा परिवारवालों तक पहुंचा दे।
परिवहन मंत्री ने उठाया ये कदम :
इस पूरे मामले में महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री दिवाकर राउते ने कर्मचारियों से आत्महत्या जैसा कदम न उठाने की अपील की है। साथ ही सभी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से एक महीने का वेतन देने को कहा है। राउते ने कहा कि दिवाली से पहले उन्हें 2 महीने का वेतन मिल जाएगा और किसी को भी निराश होकर इस तरह का कदम उठाने की जरूरत नहीं है।