सार

61 साल के संजय दत्त फिलहाल अपना इलाज कराने अमेरिका नहीं जा रहे हैं। वे फिलहाल अपना इलाज मुंबई के लीलावती अस्पताल में ही करवा रहे हैं। उनकी हेल्थ अपडेट से जुड़ी कुछ बातें लीलावती अस्पताल के डॉक्टर जलील पार्कर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में शेयर की। उन्होंने बताया कि संजय के फेफड़े के राइट साइड में जो पानी था, उसको भी निकालकर जांच के लिए भेजा गया था। इसके बाद तमाम रिपोर्ट्स के आधार पर उनको डायग्‍नॉसिस दिया गया। 

मुंबई. लंग कैंसर से जूझ रहे 61 साल के संजय दत्त फिलहाल अपना इलाज कराने अमेरिका नहीं जा रहे हैं। वे फिलहाल अपना इलाज मुंबई के लीलावती अस्पताल में ही करवा रहे हैं। उनकी हेल्थ अपडेट से जुड़ी कुछ बातें लीलावती अस्पताल के डॉक्टर जलील पार्कर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में शेयर की। उन्होंने बताया कि संजय ने अमेरिका के डॉक्टर्स से राय ली थी, उसके बाद ही उन्होंने विदेश जाने का फैसला टाल दिया। डॉ पार्कर ने बताया- जब संजय अस्‍पताल में आए तो उनका सिटी स्‍कैन, अल्‍ट्रासाउंड और बेसिक ब्‍लड टेस्‍ट किए गए थे। 


फेफड़ों में भरा था पानी
उन्होंने बताया कि संजय के फेफड़े के राइट साइड में जो पानी था, उसको भी निकालकर जांच के लिए भेजा गया था। इसके बाद तमाम रिपोर्ट्स के आधार पर उनको डायग्‍नॉसिस दिया गया। रिपोर्ट आने के 48 घंटे के अंदर ही संजय घर चले गए थे। उन्होंने बताया- दो दिन पहले वे अस्‍पताल में आए थे। हमने और भी कई जांचें कीं। जिसमें अल्‍ट्रासाउंड, एक्‍स-रे और कुछ ब्‍लड टेस्‍ट भी शामिल हैं। हमने जो रिपोर्ट और डायग्‍नोसिस दिया था, उसे लेकर उन्होंने इच्‍छा जाहिर की थी कि वे सेकेंड ओपिनियन के लिए रिपोर्ट को अमेरिका भेजेंगे।


कोकिलाबेन अस्पताल में कराएंगे इलाज
उन्होंने बताया- अमेरिका से उन्हें जो सेकेंड ओपिनियन मिला वो वही निकला, जैसा इलाज हम देना चाहते थे। हालांकि, उन्होंने कोकिलाबेन में इलाज कराने का फैसला किया। हम जो डायग्नोसिस और इलाज देने वाले थे, वहीं बात अमेरिकी डॉक्‍टरों ने भी कही थी। 


मान्यता ने फैन्स को कहा शुक्रिया
मान्यता दत्त ने जारी किए स्टेटमेंट में फैंस का शुक्रिया अदा किया और कहा- संजू को इतने सालों से मिले प्यार और स्नेह के लिए वो उनके सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों का तहे दिल से धन्यवाद करती हैं। संजू ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हर कठिन दौर से गुजरने के दौरान लोगों के दुलार और सहयोग ने उन्हें बेहद हिम्मत दी है और इसके लिए वो सदैव आभारी रहेंगी। अब एक बार फिर से उनका परिवार परीक्षा के दौर से गुजर रहा है। मान्यता ने आखिरी में उम्मीद जताते हुए कहा कि 'इस टाइम भी संजय को वैसा ही प्यार और गर्मजोशी मिलेगी।'