सार

कोरोना काल में सोनू सूद (Sonu Sood) गरीब मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर उभरे थे। सोनू सूद अब भी नेकी के इस काम से खुद को दूर नहीं करना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने 10 करोड़ रुपए का लोन लेने के लिए अपनी 8 प्रॉपर्टी गिरवी रख दी हैं। 

मुंबई। कोरोना काल में सोनू सूद (Sonu Sood) गरीब मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर उभरे थे। सोनू सूद अब भी नेकी के इस काम से खुद को दूर नहीं करना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने 10 करोड़ रुपए का लोन लेने के लिए अपनी 8 प्रॉपर्टी गिरवी रख दी हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई के जुहू इलाके में मौजूद इन प्रॉपर्टीज में 2 दुकानें और 6 फ्लैट्स शामिल हैं। एक बिजनेस वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू की गिरवी रखी गईं प्रॉपर्टीज का एग्रीमेंट 15 सितंबर को साइन किया था और 24 नवंबर को इसका रजिस्ट्रेशन किया गया है। 

सोनू की यह प्रॉपर्टी इस्कॉन मंदिर के पास एबी नायर रोड पर है। लोन लेने के लिए 5 लाख रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस चुकाई गई है। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी सोनू और उनकी पत्नी के नाम पर ही रहेगी। इससे हर महीने आने वाला किराया भी सोनू को ही मिलेगा। सोनू को 10 करोड़ के लोन के लिए इसका मूलधन और ब्याज चुकाना पड़ेगा। हालांकि, खुद सोनू की ओर से अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की गई है।

लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया था। इनमें केरल, असम यूपी, एमपी, बिहार, कर्नाटक और झारखंड के प्रवासी मजदूर शामिल थे। उन्होंने हजारों लोगों के लिए खाने, पीने के सामान से लेकर पैसों तक का इंतजाम किया था। पंजाब में पैरामेडिकल स्टाफ के लिए 1500 पीपीई किट्स उपलब्ध कराई थीं। साथ ही पुलिस अफसरों को 25 हजार फेस शील्ड्स भी दी थीं।

सोनू सूद के मुताबिक, उनका अगला मिशन बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी कराना है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था- मैं बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी कराना चाहता हूं। ताकि उन्हें ऐसा महसूस न हो कि वे समाज का बेकार और उपेक्षित हिस्सा हैं। 2021 में घुटनों का ट्रांसप्लांट मैं अपनी प्राथमिकता में चाहता हूं।