सार
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को डॉ वी अनंत नागेश्वरन को तत्काल प्रभाव से नया मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) नियुक्त किया। वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए केंद्रीय बजट और आर्थिक सर्वेक्षण की प्रस्तुति से पहले यह घोषणा की गई है।
बिजनेस डेस्क, Budget 2022 : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को डॉ वी अनंत नागेश्वरन को तत्काल प्रभाव से नया मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) नियुक्त किया। वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए केंद्रीय बजट और आर्थिक सर्वेक्षण की प्रस्तुति से पहले यह घोषणा की गई है। नागेश्वरम पीएम की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी) के पूर्व अंशकालिक सदस्य थे। इस नियुक्ति से पहले, नागेश्वरन एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया है और बड़े पैमाने पर उनके लेख प्रकाशित हुए हैं।
पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद में रह चुके हैं सदस्य
वी. अनंत नागेश्वरन IFMR ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन और Krea विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के विशिष्ट विजिटिंग प्रोफेसर रह चुके हैं। नागेश्वरन 2019 से लेकर 2021 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य भी रहे चुके हैं। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है।
इकॉनमिक सर्वे पेश करने की जिम्मेदारी
वी. अनंत नागेश्वरन की मुख्य आर्थिक सलाहकार पद पर नियुक्ति उस समय हुई है, जब 31 जनवरी 2022 से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। इससे एक दिन इकॉनमिक सर्वे पेश किया जाता है जिसे तैयार करने की जिम्मेदारी मुख्य आर्थिक सलाहकार की ही होती है।
केवी सुब्रमण्यम के पद छोडने के बाद खाली था पद
केवी सुब्रमण्यम (KV Subramanian) के पिछले साल पद से हटने के बाद सरकार ने सीईए के लिए चार नामों को शॉर्टलिस्ट किया था। नागेश्वरम के अलावा, पद के लिए चुने गए उम्मीदवारों में अन्य प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल, पामी दुआ, प्रोफेसर, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और पूनम गुप्ता, महानिदेशक, नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) थे। 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह (NK Singh, Chairman of 15th Finance Commission) की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने नामों को शॉर्टलिस्ट किया है।
केंद्र ने पिछले अक्टूबर में सीईए के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, जब केवी सुब्रमण्यम ने 17 दिसंबर, 2021 को अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद शिक्षाविदों में वापसी की घोषणा की थी। सुब्रमण्यम ने अपने पूर्ववर्ती अरविंद सुब्रमण्यम के पद छोड़ने के लगभग पांच महीने बाद 7 दिसंबर, 2018 को सीईए का कार्यभार संभाला था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को 2022-2023 का बजट पेश करने वाली हैं। आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को पेश किया जाना है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद की खासियत
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) भारत सरकार में एक पद है और भारत सरकार के सचिव के पद के बराबर होता है। सीईए आर्थिक मामलों के विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के आर्थिक प्रभाग का प्रमुख होता है। 2009 तक, सीईए की स्थिति संघ लोक सेवा आयोग की नियुक्ति थी और 1970 के दशक तक लगभग सभी सीईए भारतीय आर्थिक सेवा के सदस्य थे।
द चैलेंजेस ऑफ़ द मोदी-जेटली इकोनॉमी (The Challenges of the Modi-Jaitley Economy) नामक अपनी 2018 की पुस्तक में, पूर्व सीईए अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि सीईए की नौकरी में कोई कार्यकारी जिम्मेदारी नहीं है। उनके अनुसार, सीईए का एकमात्र स्पष्ट रूप से परिभाषित कार्य केंद्रीय बजट से पहले भारतीय आर्थिक सर्वेक्षण तैयार करना था।
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