सार

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) 18 साल बाद बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रहा है। फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार को 11 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। फेसबुक में इतनी बड़ी संख्या में छंटनी के पीछे आखिर क्या वजहें हैं? आइए जानते हैं।

Facebook Layoff: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) 18 साल बाद बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रहा है। फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार को 11 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। इस बारे में कंपनी के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने खुद जानकारी दी है। फेसबुक में इतनी बड़ी संख्या में छंटनी के पीछे मुख्य रूप से ये 5 वजहें सामने आ रही हैं। 

वजह नंबर 1 - मेटा की वर्चुअल कंपनी को बड़ा नुकसान
फेसबुक में बड़े पैमाने पर छंटनी की एक वजह मेटा की वर्चुअल रियलिटी कंपनी रियलिटी लैब्स को पिछली तिमाही में हुए 3.7 अरब डॉलर का बड़ा नुकसान है। इसके साथ ही एक और बड़ी वजह मेटा के विज्ञापन से होने वाली कमाई में गिरावट आना भी है। मेटा का अनुमान है कि 2022 में विज्ञापन से होने वाली कमाई में 10 अरब डॉलर का घाटा हो सकता है। 

वजह नंबर 2 - मेटा के स्टॉक का 6 साल के निचले स्तर पर जाना
इसके अलावा कर्मचारियों की छंटनी की दूसरी वजह मेटा की स्टॉक ट्रेडिंग का 6 साल के निचले स्तर पर जाना भी है। फिलहाल मेटा का स्टॉक 2016 के बाद सबसे निचले लेवल पर पहुंच चुका है। अक्टूबर में इस कंपनी की वैल्यू 270 अरब डॉलर रही, जबकि पिछले साल कंपनी की वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा थी। 

वजह नंबर 3 - कमाई की तुलना में लागत का तेजी से बढ़ना
कंपनी में छंटनी की एक और वजह कमाई की तुलना में लागत (Cost) का तेजी से बढ़ना भी है। पिछले कुछ महीनों में कंपनी का खर्च तेजी से बढ़ा है, जबकि उसकी तुलना में कमाई नहीं हो पा रही है। लागत को घटाने के लिए ही कंपनी ने छंटनी करने का फैसला किया है। अब निवेशकों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं कंपनी का सोशल मीडिया बिजनेस खतरे में न पड़ जाए। 

वजह नंबर 4 - मेटा की रैंकिंग में बड़ी गिरावट 
फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा की रैंकिंग में भारी गिरावट भी छंटनी की एक वजह है। 2022 में S&P-500 की लिस्ट में मेटा ने सबसे बुरा परफॉर्म किया है। 2022 की शुरुआत से अब तक मेटा का स्टॉक 73% तक गिर चुका है। बढ़ते घाटे के बीच भी कंपनी ने लगातार कर्मचारियों की भर्ती की, जिससे लागत बढ़ती गई। इसके साथ ही कंपनी के कैश फ्लो में भी बड़ी गिरावट आई है।

वजह नंबर 5 - कंपनी के सीईओ जुकरबर्ग की संपत्ति में गिरावट
फेसबुक की गिरावट के साथ ही कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति में भी भारी गिरावट आई है। फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्स लिस्ट के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ अब घटकर 33.5 अरब डॉलर रह गई है। कभी दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शुमार रहे जुकरबर्ग अब इस लिस्ट में फिसलकर 29वें नंबर पर पहुंच गए हैं। 

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