सार
देश के प्रमुख 12 प्रमुख बंदगाहों पर माल की ढुलाई चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह यानी अप्रैल से जनवरी के दौरान 1.14 प्रतिशत बढ़कर 5,857.2 लाख टन पर पहुंच गयी भारतीय बंदरगाह संगठन (आईपीए) ने इसकी जानकारी दी
नई दिल्ली: देश के प्रमुख 12 प्रमुख बंदगाहों पर माल की ढुलाई चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह यानी अप्रैल से जनवरी के दौरान 1.14 प्रतिशत बढ़कर 5,857.2 लाख टन पर पहुंच गयी। भारतीय बंदरगाह संगठन (आईपीए) ने इसकी जानकारी दी।
इन बंदरगाहों ने पिछले साल की समान अवधि में 5,791 लाख टन माल की ढुलाई की थी। इन प्रमुख 12 बंदरगाहों में दीनदयाल (पूर्ववर्ती कांडला), मुंबई, जेएनपीटी, मोर्मुगाव, न्यू मेंगलूर, कोचिन, चेन्नई, कमरजार (पूर्ववर्ती एन्नोर), वी.ओ. चिदंबरनार, विशाखापत्तनम, पारादीप और कोलकाता (हल्दिया समेत) शामिल हैं।
कोयले की ढुलाई कम हुई
आईपीए के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान लौह अयस्क की ढुलाई 39.02 प्रतिशत बढ़कर 450.5 लाख टन पर पहुंच गयी। हालांकि कोयले की ढुलाई 14.98 प्रतिशत घटकर 746 लाख टन पर आ गयी। साल भर पहले की समान अवधि में इन 12 बंदरगाहों ने 323.7 लाख टन लौह अयस्क और 877.4 लाख टन कोयले की ढुलाई की थी।
कोकिंग कोल एवं अन्य कोयले की ढुलाई 1.10 प्रतिशत बढ़कर 470.8 लाख टन पर पहुंच गयी। साल भर पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 465.7 लाख टन रहा था। तैयार उर्वरकों की ढुलाई 21.55 प्रतिशत बढ़ी, जबकि अपरिष्कृत उर्वरक की ढुलाई में 2.80 प्रतिशत की तेजी आयी।
दीनदयाल बंदरगाह ने सर्वाधिक ढुलाई
इस दौरान कंटेनरों की ढुलाई 2.65 प्रतिशत बढ़ी। आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान दीनदयाल बंदरगाह ने सर्वाधिक 1,019.6 लाख टन की ढुलाई की। इसके बाद पारादीप ने 933.8 लाख टन, विशाखापत्तनम ने 607.3 लाख टन, जेएनपीटी ने 566.4 लाख टन, हल्दिया समेत कोलकाता ने 530 लाख टन, मुंबई ने 513.4 लाख टन, चेन्नई ने 398 लाख टन और न्यू मेंगलूर ने 309.1 लाख टन माल की ढुलाई की।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)