सार

Adani Wilmar Share Price: इस आईपीओ (Adani Wilmar IPO) में अधि‍कतम 845 शेयरों को बुक किया जा सकता था। जिनकी वैल्‍यू लिस्‍ट होने से पहले 2 लाख रुपए भी नहीं थी, जो 2.21 रुपए से ज्‍यादा हो चुकी है।

Adani Wilmar Share Price शेयर बाजार में अपने डेब्‍यू के दिन 262.55 रुपए के साथ दिन के हाई पर पहुंचे जो अपने इश्‍यू प्राइस (Adani Wilmar Issue Price) से 14 फीसदी ज्‍यादा और डिस्‍काउंट प्राइस 18.80 फीसदी ज्‍यादा रहे। जानकारों की मानें तो बीते कुछ दिनों से चल रही बिकवाली के बीच अडानी विल्‍मर का प्रदर्शन बेहतरीन कहा जाएगा। वैसे इस शेयर से निवेशकों को और ज्‍यादा उम्‍मीदें थी। वैसे इस आईपीओ (Adani Wilmar IPO) में अधि‍कतम 845 शेयरों को बुक किया जा सकता था। जिनकी वैल्‍यू लिस्‍ट होने से पहले 2 लाख रुपए भी नहीं थी, जो 2.21 रुपए से ज्‍यादा हो चुकी है। आइए आपको भी बताते हैं कि Adani Wilmar Share Price निवेशकों को किस तरह से कमाई कराई है।

जिन्‍होंने किया था 194350 रुपए का निवेश
अडानी विल्‍मर के आईपीओ में सब्‍क्रिप्‍शन के वक्‍त निवेशक एक लॉट यानी 65 शेयरों में निवेश कर सकते थे। जिनकी कीमत 230 रुपए के हिसाब से 14950 रुपए थी। इसका मतलब है कि जिन लोगों ने न्‍यूनतम निवेश किया होगा तो उसके शेयरों की वैल्‍यू 262.55 रुपए के हिसाब से 17065.75 रुपए हो गई होगी। इसका मतलब है निवेशक को 2100 रुपए का फायदा हुआ। वहीं जिन निवेशकों ने मैक्‍सीमम 13 लॉट में यानी कुल 845 शेयरों के हिसाब से 194350 रुपए का निवेश किया था, उनके शेयरों की वैल्‍यू 262.55 रुपए के हिसाब से 2.21 रुपए से ज्‍यादा हो गई। इसका मतलब है कि 27504 रुपए से ज्‍यादा का फायदा हुआ है।

4 फीसदी डिस्‍काउंट के साथ ओपन हुआ था शेयर
Adani Wilmar Share Price बांबे स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर आज इश्‍यू प्राइस से 4 फीसदी डिस्‍काउंट यानी 221 रुपए पर ओपन हुआ था। कुछ मिनट शेयर हल्‍का रहने के बाद संभल गया। 250 रुपए प्रत‍ि शेयर पर कारोबार करता रहा। वैसे कंपनी ने शेयर का इश्‍यू प्राइस 230 रुपए रखा था। जिसके हिसाब से कंपनी की वैल्‍यूएशन 32 हजार करोड़ रुपए पहुंच गई थी। वहीं मौजूदा समय में शेयरों में तेजी की वजह से वैल्‍यूएशन 34500 करोड़ रुपए के आसपास पहुंच गई हैं।

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इस तरह से रुपयों का यूज
आईपीओ 3600 करोड़ रुपए का था, जो कंपनी के पास आ चुके हैं। इन रुपयों का इस्‍तेमाल कैपिटल एक्‍सपेंडिचल, कर्ज कम करने और नीतिगत अध‍िग्रहण करने में किया जाएगा, क्योंकि कंपनी भारत की सबसे बड़ी खाद्य और एफएमसीजी कंपनी बनना चाहती है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के अनुसार, कंपनी का कैपिटल एक्‍सपेंडिचल के लिए 1,900 करोड़ रुपए, अपने उधार के पुनर्भुगतान/पूर्व भुगतान के लिए 1,058.9 करोड़ रुपए और रणनीतिक अधिग्रहण और निवेश के वित्तपोषण के लिए 450 करोड़ रुपए का उपयोग करने का प्रस्ताव है।

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यह सामान बनाती है अडानी विल्‍मर
1999 में स्थापित, अडानी विल्मर एक एफएमसीजी खाद्य कंपनी है जो खाद्य तेल, आटा, चावल, दाल और चीनी सहित अधिकांश आवश्यक रसोई वस्तुओं की पेशकश करती है। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत कुकिंग ऑयल बेचती है। खाना पकाने के तेल के अलावा, यह चावल, गेहूं का आटा और चीनी जैसे खाद्य उत्पाद बेचता है। यह साबुन, हैंडवाश और सैनिटाइज़र जैसे गैर-खाद्य उत्पाद भी बेचता है। अडानी विल्मर भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होने वाली सातवीं अडानी समूह की कंपनी है।