सार

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) को पत्र लिख कर रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और फ्यूचर ग्रुप (Future Group) के बीच हुई डील के खिलाफ शिकायत की है। अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप पर शेयरधारकों से झूठ बोल कर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया है।
 

बिजनेस डेस्क। दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) को पत्र लिख कर रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और फ्यूचर ग्रुप (Future Group) के बीच हुई डील के खिलाफ शिकायत की है। अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप पर शेयरधारकों से झूठ बोल कर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया है। इस साल अगस्त में फ्यूचर ग्रुप ने अपने रिटेल कारोबार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को 340 करोड़ डॉलर (करीब 25.4 हजार करोड़ रुपए) में बेच दिया था। अमेजन का कहना है कि इससे उसके और फ्यूचर ग्रुप के बीच हुए 2019 में सौदों का उल्लंघन हुआ है। 

सेबी से की जांच करने की मांग
अमेजन (Amazon) ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से इस मामले में जांच करने की मांग की है। अमेजन का कहना है कि फ्यूचर की नई रिलीज और स्टॉक एक्सचेंज डिस्क्लोजर भारतीय नियमों का उल्लंघन करते हैं। अमेजन ने सेबी से फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस के बीत हुए सौदे को मंजूरी नहीं दिए जाने की मांग भी की है। हालांकि, फ्यूचर ग्रुप और बियानी फैमिली के स्पोक्सपर्सन ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फ्यूचर ग्रुप ने शेयरहोल्डर्स को गुमराह किए जाने या किसी तरह के फर्जीवाड़े से इनकार किया है। रिलायंस और सेबी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। 

क्या कहना है अमेजन का 
अमेजन का कहना है कि 2019 में उसने फ्यूचर ग्रुप में 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया था। अमेजन ने कहा कि इस सौदे की शर्तों के मुताबिक फ्यूचर ग्रुप अपने रिटेल एसेट्स को किसी को भी नहीं बेच सकता। वहीं, फ्यूचर ग्रुप ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इडंस्ट्रीज लिमिटेड से डील कर ली।

सिंगापुर अदालत में अमेजन को मिली थी राहत
पिछले रविवार अमेजन को सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत में बड़ी राहत मिली थी। सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत ने फ्यूचर ग्रुप को अपना खुदरा कारोबार मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलांयस इंडस्ट्रीज को बेचने पर अंतरिम रूप से रोक का फैसला सुनाया था। हालांकि, अभी इस मामले में अंतिम फैसला नहीं हुआ है। सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत के इस फैसले के आधार पर ही अमेजन ने सेबी से फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस के बीच सौदे को मंजूरी नहीं देने को कहा है।