सार

जापान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क समझौते का ऐलान किया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इस समझौते की वजह से अमेरिका एशियाई देशों के साथ ज्यादा करीब से काम कर सकेगा। 

नई दिल्लीः जापान में सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नए कारोबारी समझौते का ऐलान किया है। इस समझौते को इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) नाम दिया गया है। बाइडेन का दावा है कि इस समझौते की मदद से अमेरिका एशियाई देशों के साथ सप्लाई चेन, डिजिटल ट्रे़ड, स्वच्छ ऊर्जा और भ्रष्टाचार रोकने की कोशिशों में ज्यादा करीब से काम कर सकेगा। समझौते में अमेरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया, भारत, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलिपिंस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल है। 

जानकारी दें कि अमेरिका के साथ इन देशों की दुनिया की कुल जीडीपी में 40 फीसदी की हिस्सेदारी है। इन देशों ने संयुक्त बयान में कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी और यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद मची उठापटक के बाद यह समझौता सामूहिक रूप से हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। 

ऐसे आगे बढ़ेगा व्यापार
आईपीईएफ पर व्हाइट हाउस द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई। इसमें कहा गया कि हम व्यापार और प्रौद्योगिकी नीति में नए और रचनात्मक दृष्टिकोण विकसित करना चाहते हैं, जो आर्थिक गतिविधियों और निवेश को बढ़ावा देनेवाले उद्देश्यों के व्यापक सेट को आगे बढ़ाते हैं। इससे कंज्यूमर और वर्कर्स को फायदा मिलेगा। हमारे प्रयोसों में डिजिटल अर्थ व्यवस्था में सहयोग शामिल है। लेकिन इसी तक इसे सीमित नहीं रखा जाएगा। लगातार व्यापार को बेहतर बनाने के लिए व्यवधानों के प्रभावों को कम करने के लिए सहयोग में विस्तार करने की दिशा में काम किया जाएगा। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी बेहतर सहयोग के लिए काम किया जाएगा। 

डिजिटल इकोनॉमी पर भी होगा काम
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इंडो पैसिफिक का विजन जो स्वतंत्र और खुला और सुरक्षित होने के साथ-साथ लचीला होगा। यहां आर्थिक विकास टिकाऊ और समावेशी होगा। इस प्लेटफॉर्म के जरिए हम अपने देश की सभी अर्थव्यवस्थाओं का तेजी से और निष्पक्ष विकास करने जा रहे हैं। बाइडेन ने कहा कि इंडो पैसेफिक रीजन में हम अपने सहयोगी देशों के साथ आर्थिक साझेदारी को भी मजबूत करेंगे। इस संगठन के जरिए डिजिटल इकॉनमी, सप्लाई चेन, कार्बन उत्सर्जन में कमी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य जरूरी मुद्दों पर साझा प्रयास किए जाएंगे।

जो बाइडेन ने कहा कि इंडो-पैसिफिक दुनिया की आधी आबादी और वैश्विक जीडीपी का 60 फीसदी हिस्सा कवर करेगा। इस प्लेटफॉर्म पर अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्र आर्थिक दृष्टि की दिशा में काम करने के लिए समझौता कर रहे हैं। यह हमारे सभी लोगों के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा।

पीएम मोदी भी हुए शामिल
आपको बता दें कि जापान में हुए कार्यक्रम में सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ 12 इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम का मकसद मान विचार वाले देशओं के बीच गहरा नाता बनाना है। अमेरिका द्वारा शुरू की गई पहल ‘हिंद-प्रशांत की समृद्धि के लिए आर्थिक रूपरेखा’ (IPEF) को क्षेत्र में चीन की आक्रामक कारोबारी रणनीति का मुकाबला करने के अमेरिकी प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि ताइवान की रक्षा के लिए ताकत का इस्तेमाल करना चाहेंगे। राष्ट्रपति के रूप में पहली जापानी यात्रा पर बाइडेन इस कार्यक्रम में पहुंचे थे।