सार

बाजार में गिरावट आने के कारण शेयर बाजार निवेशकों को भी मोटा नुकसान हुआ है। बीएसई का मार्केट कैप करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। आपको बता दें कि इससे पहले मार्च में यूक्रेन-रूस वॉर की वजह से शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली थी।

बिजनेस डेस्क। आरबीआई के अचानक रेपो दरों में 0.40 फीसदी के इजाफे की वजह से शेयर बाजार बाजार में ढाई फीसदी की गिरावट आ गई। जिसकी वजह से सेंसेक्स और निफ्टी करीब दो महीने के निचले स्तर पर आ गए हैं। बाजार में गिरावट आने के कारण शेयर बाजार निवेशकों को भी मोटा नुकसान हुआ है। बीएसई का मार्केट कैप करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। आपको बता दें कि इससे पहले मार्च में यूक्रेन-रूस वॉर की वजह से शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। अब आरबीआई ने महंगाई पर काबू पाने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में इजाफा किया है, जिसकी वजह से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर शेयर बाजार में किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं।

सेंसेक्स ढाई फीसदी तक टूटा
बुधवार को बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ढाई फीसदी टूटकर कारोबार कर रहा है। आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स मौजूदा समय में सेंसेक्स 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 55796.79 अंकों पर कारोबार कर रहा है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 55501 अंकों तक नीचे गया। इसका मतलब है कि सेंसेक्स करीब दो महीने के निचले स्तर पर भी पहुंच गया। इससे पहले 11 मार्च को सेंसेक्स इस लेवल पर पहुंचा था।

निफ्टी में भी बड़ी गिरावट
वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के अनुसार निफ्टी में भी 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 16680 अंकों पर कारोबार कर रहा है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान आज निफ्टी 16623 अंकों पर भी गया। इससे पहले निफ्टी 14 मार्च को इस लेवल पर आया था। आपको बता दें कि मार्च के महीने में यूक्रेन रूस वॉर की वजह से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी।

निवेशकों को करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
शेयर बाजार में गिरावट की वजह से बाजार निवेशकों को करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। वास्तव में निवेशकों का फायदा और नुकसान बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ा हुआ होता है। जब मार्केट कैप उठता है तो निवेशकों को फायदा होता है और गिरता है तो नुकसान होता है। कारोबारी सत्र के दौरान सवा तीन बजे बीएसई का मार्केट कैप 25902472.95 करोड़ रुपए था, जबकि 2 मई को बाजार बंद होने के बाद मार्केट कैप 26588212.16 करोड़ रुपए था। इसका मतलब है कि बाजार निवेशकों को 685739.21 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।