सार
Budget 2022 : मोरारजी देसाई 13 मार्च 1958 से लेकर 29 अगस्त 1963 तक देश के वित्तमंत्री रहे। इसके बाद 1967 से 1969 तक दूसरी बार बतौर वित्तमंत्री उन्होंने काम किया। इस दौरान उन्होंने कुल 10 बजट पेश किए। मोरार जी देसाई ने दो बार अंतरिम बजट भी पेश किए।
बिजनेस डेस्क। क्या आपको पता है कि देश में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड किसके पास है। यह मोरार जी देसाई के नाम है। उन्होंने कुल 10 बजट पेश किए थे। इसके अलावा उन्होंने दो बार अंतरिम बजट भी पेश किया। वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तीन बजट पेश कर चुकी हैं। मोरारजी देसाई 13 मार्च 1958 से लेकर 29 अगस्त 1963 तक देश के वित्तमंत्री रहे। इसके बाद 1967 से 1969 तक दूसरी बार बतौर वित्तमंत्री उन्होंने काम किया। इस दौरान उन्होंने कुल 10 बजट पेश किए। मोरार जी देसाई ने दो बार अंतरिम बजट भी पेश किए।
जन्मदिन पर पेश किया बजट
दरअसल, मोरारजी देसाई का जन्मदिन 29 फरवरी को है। 1964 और 1968 में उन्होंने जन्मदिन के दिन ही देश का बजट पेश किया था। यह भी अपनी तरह का पहला मामला है। उन्होंने ने 6 बार वित्तमंत्री रहते हुए बजट पेश किया, जबकि 4 बार उपप्रधानमंत्री रहते हुए आम बजट पेश किया।
चिदंबरम ने 9 बार पेश किया आम बजट
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के नाम 9 बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। यानी, वह मोरार जी देसाई से सिर्फ एक बार पीछे रहे। पी चिदंबरम पहली बार 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक देश के वित्तमंत्री रहे। इसके बाद आईके गुजरात सरकार में मई 1997 से 19 मार्च 1998 तक वह वित्तमंत्री रहे। तीसरी बार मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बनी यूपीए-1 और यूपीए-2 में भी उन्होंने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला और बजट पेश किए।
इन दो पूर्व राष्ट्रपतियों ने भी पेश किया बजट
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी देश का बजट पेश किया। दरअसल, वह कांग्रेस के कार्यकाल वित्त मंत्री रहे। प्रणब मुखर्जी ने आठ बार बजट पेश किया। पहली बार 1982 से 1984 तक इंदिरा गांधी सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने बजट पेश किया। इसके बाद 2009 से 2012 तक मनमोहन सरकार के वित्त मंत्री के तौर पर भी उन्होंने बजट पेश किए। पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमण ने भी वित्तमंत्री रहते हुए 3 बार बजट पेश किया।
यशवंत राव चह्वाण, सीडी देशमुख और यशवंत सिन्हा ने सात-सात बार बजट पेश किया। मनमोहन सिंह और टीटी कृष्णमाचारी ने छह-छह बार बजट पेश किया।
1 बार बजट पेश करने वाले वितमंत्री
प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, चरण सिंह, एनडी तिवारी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मधु दंडवते, सचिंद्र चौधरी और एसबी चव्हाण ऐसे में वित्त मंत्री रहे जिन्होंने एक-एक बार देश का आम बजट पेश किया।
2017 में बदली बजट पेश करने की तारीख
2016 तक भारत में फरवरी महीने के आखिरी दिन आम बजट पेश किया जाता था। लेकिन 2017 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश करने का दिन बदल कर 1 फरवरी कर दिया। इसके बाद से बजट एक फरवरी को ही पेश हो रहा है। रेलवे का बजट पहले अलग से पेश होता था, लेकिन 2017 से यह बजट में समाहित हो गया है।
इंदिरा गाधी पहली मिहला वित्त मंत्री, जिन्होंने बजट पेश किया
इंदिरा गांधी देश की पहली महिला वित्त मंत्री थीं, जिन्होंने बजट पेश किया। उन्होंने वित्त मंत्री के तौर पर 1970 में बजट पेश किया था। दरअसल, इंदिरा गांधी के पास प्रधानमंत्री के अलावा वित्त मंत्रालय का भी कामकाज था। 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी में छपता था लेकिन इसके बाद कांग्रेस सरकार ने इसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में छापने की परंपरा शुरू की।
पहले शाम को पेश होता था बजट
1999 से पहले तक आम बजट शाम 5 बजे पेश होता था, लेकिन 1999 में जसवंत सिंह ने यह परंपरा बदल दी। उन्होंने बजट सुबह 11 बजे पेश करने की परंपरा रखी। तब से यह सुबह पेश हो रहा है।
सबसे लंबा भाषण सीतारमण का
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का 2020 का बजट भाषण सबसे लंबा बजट भाषण था। यह 2:40 घंटे चला था। एच एमपटेल ने बजट ने 1977 में अंतरिम बजट पेश किया था। उनका बजट भाषण सिर्फ 800 शब्दों का था। यानी यह सबसे छोटा बजट भाषण था।
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