सार

कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का कहना है कि नई कंपनियों के कारण बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच वह न सिर्फ अपनी बाजार हिस्सेदारी का बचाव करेगी बल्कि इन कंपनियों को लेकर आक्रमक रुख अपनायेगी

नई दिल्ली: कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का कहना है कि नयी कंपनियों के कारण बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच वह न सिर्फ अपनी बाजार हिस्सेदारी का बचाव करेगी बल्कि इन कंपनियों को लेकर आक्रमक रुख अपनायेगी। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह टिप्पणी की है।

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के दौरान घरेलू यात्री वाहन बाजार में मारुति सुजुकी की 50.59 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी केनीचि आयुकावा ने पीटीआई भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘मैं रक्षात्मक नहीं हो रहा हूं, मैं आक्रमक हो रहा हूं... यदि उनके उत्पाद अच्छे रहे तो हम उन्हें पीछे छोड़ने की कोशिश करेंगे।’’

घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है

किआ मोटर्स, एमजी मोटर्स, ग्रेट वॉल मोटर्स और हाइमा ऑटोमोबाइल्स जैसी नयी कंपनियों के आने से घरेलू बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है। इस बारे में यह पूछे जाने पर कि कंपनी नयी परिस्थितियों में हिस्सेदारी बचाने के लिये किस स्तर तक तैयार है, आयुकावा ने यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि मारुति सुजुकी को प्रतिस्पर्धा की आदत है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिस्पर्धा हमेशा रहती है। 1990 के दशक में भी नयी कंपनियां आयी थीं, अत: तब भी प्रतिस्पर्धा थी। अभी दक्षिण कोरिया और चीन से नयी कंपनियां आ रही हैं, अत: अभी भी प्रतिस्पर्धा है।’’

बेहतर तरीके से प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे

उन्होंने कहा, ‘‘हमें खुद ही उत्पाद पोर्टफोलियो को बड़ा करना है तथा उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिये कारोबार का प्रबंधन करना है। इसके साथ ही बिक्री तथा सर्विस का मजबूत नेटवर्क भी तैयार करना है। इन सबके जरिये हम बेहतर तरीके से प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी को नये मॉडल विशेषकर एसयूवी श्रेणी में नये उत्पाद लाने की जरूरत होगी, आयुकावा ने कहा, ‘‘हमें नये मॉडल बनाने होंगे, लेकिन कार का कारोबार सिर्फ उत्पादों से नहीं चलता है, बल्कि इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप उपभोक्ताओं का कितना ध्यान रख पाते हैं।’’

उपभोक्ताओं का ध्यान भी रख रहे हैं

उपभोक्ताओं के साथ संबंध को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘यह इस कारण महत्वपूर्ण है कि हम सिर्फ बिक्री नहीं कर रहे हैं, हम बिक्री के बाद उपभोक्ताओं का ध्यान भी रख रहे हैं। कोई उपभोक्ता मारुति को चुनता है क्योंकि हमारे पास डीलरों, बिक्री तथा सेवा केंद्रों की संख्या अच्छी-खासी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि कार में कोई खराबी आने पर कल-पुर्जों के लिये उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़े। इस तरह की सहूलियत को उपभोक्ता पसंद करते हैं।’’ आयुकावा ने चालू वित्त वर्ष में वृद्धि की संभावनाओं के बारे में कहा कि अब महज दो महीने बचे हैं। बीते 10 महीनों में बिक्री में करीब 18 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। इतनी बड़ी गिरावट की भरपाई दो महीने में संभव नहीं है।

हालांकि उन्होंने कहा कि त्योहारी सत्र के बाद बाजार में सुधार हुआ है और इसी कारण कंपनी सुधार को आगे बढ़ाने का प्रयत्न कर रही है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)