सार
Delhivery IPO: जिस तरह से एलआईसी ने शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए अपने साइज को छोटा किया है उसी तरह से डेल्हीवरी भी अपने इश्यू साइज को कम करने का मन बना लिया है। इससे पहले डेल्हीवरी ने अपने आईपीओ का साइज 7,460 करोड़ रुपए था जिसे कम कर 5,500 करोड़ रुपए का किया जा सकता है।
Delhivery IPO: लॉजिस्टिक्स फर्म डेल्हीवरी इस महीने अपना आईपीओ ला सकती है। खास बात तो ये है कि आईपीओ लेकर वो पूरी तरह से एलआईसी आईपीओ की राहत पर है। जिस तरह से एलआईसी ने शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए अपने साइज को छोटा किया है उसी तरह से डेल्हीवरी भी अपने इश्यू साइज को कम करने का मन बना लिया है। इससे पहले डेल्हीवरी ने अपने आईपीओ का साइज 7,460 करोड़ रुपए था जिसे कम कर 5,500 करोड़ रुपए का किया जा सकता है। गुडग़ांव स्थित स्टार्टअप ने इस महीने आईपीओ के साथ आगे बढऩा चाहिए या नहीं, इस पर चर्चा करने के लिए शनिवार को बोर्ड की बैठक की। मामले से वाकिफ सूत्रों ने कहा कि बोर्ड ने योजना को मंजूरी दे दी है और एलआईसी आईपीओ सब्सक्रिप्शन विंडो 9 मई को बंद होने के बाद ऑफर लॉन्च होने की संभावना है।
एलआईसी के बाद आएगा आईपीओ
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, 'विचार एलआईसी के बाद सब्सक्रिप्शन विंडो खोलने का है ताकि संस्थागत निवेशक डेल्हीवरी के आईपीओ के लिए एलआईसी के लिए मिलने वाले आवंटन के आधार पर आवंटन को अंतिम रूप दे सकें। डेल्हीवरी के आईपीओ को जनवरी में सेबी ने मंजूरी दे दी थी लेकिन बाजार की कमजोर धारणा के कारण कंपनी को शेयर बिक्री स्थगित करनी पड़ी।
पहले यह था आईपीओ का साइज
डेल्हीवरी की पहले की आईपीओ योजना 5,000 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी करने और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 2,460 करोड़ रुपए की बिक्री की पेशकश करने की थी। ऊपर उद्धृत व्यक्तियों में से एक ने कहा कि फर्म प्रस्ताव के आकार में कमी को देखते हुए इसे संशोधित कर सकती है।
कंपनी में किसकी कितनी हिस्सेदारी
कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक सॉफ्टबैंक होल्डिंग 22.78 फीसदी हिस्सेदारी के साथ, नेक्सस वेंचर्स 9.23 फीसदी हिस्सेदारी के साथ, और सीआई स्विफ्ट होल्डिंग्स (कार्लाइल) 7.42 फीसदी हिस्सेदारी के साथ हैं। कंपनी में कपिल भारती की 1.11 फीसदी, मोहित टंडन की 1.88 फीसदी और सूरज सहारन की 1.79 फीसदी हिस्सेदारी है।