सार
त्योहारों के सीजन में धनतेरस के मौके पर भी बाजार में रौनक कम दिखाई दी। इस साल जहां सोने की खरीद में लगभग 40 प्रतिशत की कमी देखी गई वहीं ऑटो मोबाइल क्षेत्र में भी कोई खास व्यापार नहीं हुआ। खबरों के मुताबिक धनतेरस में शाम तक करीब 6,000 किलो सोना बिकने का अनुमान है। इसका मूल्य 2,500 करोड़ रुपये के आसपास है। पिछले साल धनतेरस पर 17,000 किलो सोने की बिक्री हुई थी। इसका मूल्य 5,500 करोड़ रुपये था। वहीं ऑटो सेक्टर में छाई सुस्ती धनतेरस के मौके पर कम होती दिखाई दी। लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल कम बिक्री हुई।
नई दिल्ली. त्योहारों के सीजन में धनतेरस के मौके पर भी बाजार में रौनक कम दिखाई दी। इस साल जहां सोने की खरीद में लगभग 40 प्रतिशत की कमी देखी गई वहीं ऑटो मोबाइल क्षेत्र में भी कोई खास व्यापार नहीं हुआ। खबरों के मुताबिक धनतेरस में शाम तक करीब 6,000 किलो सोना बिकने का अनुमान है। इसका मूल्य 2,500 करोड़ रुपये के आसपास है। पिछले साल धनतेरस पर 17,000 किलो सोने की बिक्री हुई थी। इसका मूल्य 5,500 करोड़ रुपये था। वहीं ऑटो सेक्टर में छाई सुस्ती धनतेरस के मौके पर कम होती दिखाई दी। लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल कम बिक्री हुई।
इस वजह से कम हुई बिक्री
धनतेरस के मौके पर करोड़ों रुपए का कारोबार हुआ। इस दौरान जहां सैकड़ों की संख्या में दोपहिया और चार पहिया वाहन बिके, वहीं गहने और बर्तनों की दुकानों पर भी खूब रौनक रही। दुकानदारों का कहना है कि इस बार भीड़ तो खूब रही लेकिन लोगों ने खरीदारी पिछले साल की अपेक्षा कम की। जिसका सीधा असर व्यापारियों की बिक्री पर पड़ा। दुकानदारों ने इसके पीछे की वजह ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते क्रेज को बताया है। उनका कहना है कि अब लोग बाजार में खरीदारी करने की बजाय घर बैठे शॉपिंग करना ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में शायद यह भी एक वजह हो सकती है कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार सेल घटी है।
सेल करीब 30-35 प्रतिशत तक कम रही
हर साल बता दें कि धनतेरस के मौके पर वाहन, जूलरी और बर्तनों का बाजार अपने चरम पर रहता है। मार्केट का माहौल, पब्लिक की आर्थिक स्थिति का अंदाजा धनतेरस की सेल से लगाया जाता है। दुकानदारों का कहना है कि पिछले सालों से अगर तुलना की जाए तो इस बार हालात काफी डाउन हैं। अनुमान है कि सेल करीब 30-35 प्रतिशत तक कम रही है। बेरोजगारी, मंदी और मार्केट में कैश की कमी होने के चलते दुकानदार ऐसा मान रहे हैं।
बड़ी गाड़ियों की बिक्री घटी
पिछले साल धनतेरस के मौके पर अच्छे वाहन बिके थे। इस बार भी वाहनों की बिक्री हुई लेकिन पिछले साल की अपेक्षा कम रही। एक कार शोरूम के संचालक ने बताया बड़ी गाड़ी लेने वालों की संख्या लगातार कम हो रही है। 10 लाख से नीचे तक की कारों की सेल तो अच्छी है लेकिन इसके ऊपर की गाड़ियां पिछले कुछ सालों से कम बिक रही हैं। ऑटो बाजार से जुड़े एक शख्स ने बताया कि दोपहिया वाहनों की खरीदी में लोगों का उत्साह पहले जैसा ही नजर आया है लेकिन कारों की बिक्री में पिछले सालों की अपेक्षा कमी आई है।
बर्तनों की सामान्य बिक्री हुई
व्यापार संगठन से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के मार्केट पर ऑनलाइन शॉपिंग बहुत ज्यादा हावी हो गई है। इन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ सबसे कम रही। लोगों को ऑनलाइन इतने ऑफर मिल रहे हैं, ऐसे में लोग दुकानों का रुख करने से बच रहे हैं। हालांकि बर्तन बाजार में पिछले सालों की तरह ही रौनक रही। व्यापारी ने बताया कि बाजार में ग्राहकों की कमी नहीं दिखी, बिक्री भी खूब हुई। लोगों ने इस बार स्टील के बर्तनों के साथ-साथ तांबे के बर्तन भी खूब खरीदे। हालांकि बड़े आइटमों पर लोगों ने ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया।