सार

गुड़गांव स्थित कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने  कंपनियों ने कर्मचारियों को प्रदर्शनों और नागरिकता कानून को लेकर सोशल मीडिया में छिड़ी बहस से भी दूर रहने को कहा है
 

नोएडा/गुड़गांव: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जारी प्रदर्शनों को देखते हुये बृहस्पतिवार को गुड़गांव और नोएडा स्थित कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने कर्मचारियों से घर पर रहकर ही काम करने की सलाह देते हुये उन्हें सीएए पर सोशल मीडिया में होने वाली चर्चा और विरोध प्रदर्शनों से दूर रहने को कहा।

गुड़गांव स्थित कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने कर्मचारियों से बाहर निकलते हुये सतर्क रहने को कहा है। इसके साथ कंपनियों ने कर्मचारियों को प्रदर्शनों और नागरिकता कानून को लेकर सोशल मीडिया में छिड़ी बहस से भी दूर रहने को कहा है। अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कर्मचारियों ने पीटीआई- भाषा के साथ अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर ये बातें साझा की हैं।

घर पर रहकर ही काम करने की सलाह

एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के कर्मचारी ने कहा, ''नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर बढ़ते विरोध के बीच किसी भी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट कथित तौर पर संवदेनशील और भड़काउ हो सकती है। हमें प्रदर्शनों से भी दूर रहने की सलाह दी गई है।'' नोएडा की कुछ कंपनियों ने प्रात: 11 बजे जब उनके कुछ कर्मचारी कार्यालय पहुंचने के रास्ते में थे या फिर कुछ निकलने की तैयारी में थे, ईमेल भेजकर उन्हें घर पर रहकर ही काम करने की सलाह दी है।

राजधानी जाने वाली ज्यादातर सड़कों पर अवरोध

एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के साफ्टवेयर इंजीनियर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, ''जो कार्यालय पहुंच गये थे उन्हें शाम तक रुकने और सावधानी पूर्वक घर जाने की योजना बनाने को कहा गया। जिन्होंने अमेरिकी समय के अनुसार रात देर से काम शुरू किया उन्हें घर पर ही रहने को कहा गया।''

दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को सुबह से ही राष्ट्रीय राजधानी जाने वाली ज्यादातर सड़कों पर अवरोध खड़े कर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। इससे नोएडा और गुड़गांव से आने जाने वाली सड़कों पर भारी जाम लग गया।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)