सार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता में 47वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई जिसमें खाने-पीने की कई चीजों पर जीएसटी की दरें बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इसका असर यह होगा कि अगल सप्ताह से दूध के दाम भी बढ़ जाएंगे।
नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता में 47वीं जीएसटी बैठक में कई निर्णय लिए गए है। जिसका असर 18 जुलाई 2022 से दिखाई देने लगेगा। 18 जुलाई से कई जरूरी चीजों के दाम बढ़ने वाले हैं। अब से आपको रोजाना खाने-पीने की चीजों के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। खाने-पीने की इन चीजों में दूध भी शामिल है, जिसकी कीमत भी अगले सप्ताह से बढ़ जाएंगे।
जीएसटी की दरें बढ़नें से दामों में वृद्धि
जहां रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों का असर घरेलू बजट पर पड़ रहा है, वहीं आम आदमी को जल्द ही कोई राहत नहीं मिलने वाली है। केवल भोजन ही नहीं बल्कि विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की कीमत भी दिन-ब-दिन पहुंच से बाहर होती जा रही है। कम आय और बढ़ते खर्चों के बीच सामान्य भारतीयों का घरेलू बजट समय के साथ बढ़ता गया है। जीएसटी वृद्धि पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बड़े फैसले के बाद लोगों को आवश्यक खाद्य पदार्थों के लिए और भी अधिक भुगतान करना होगा। यही कारण है कि कुछ सेवाओं की कीमत अगले सप्ताह यानि 18 जुलाई से अधिक हो जाएगी।
किन वस्तुओं के दाम में वृद्धि
18 जुलाई 2022 से कई जरूरी चीजों के दाम बढ़ने वाले हैं। अब से आपको रोजाना खाने-पीने की चीजों के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी की दरें बढ़ेंगी, जिसके बाद पनीर, लस्सी, बटर मिल्क, पैकेज्ड दही, गेहूं का आटा, अन्य अनाज, शहद, पापड़, अनाज, मांस और मछली के दाम में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा मुडी और गुड़ जैसे पूर्व-पैक लेबल सहित कृषि वस्तुओं की कीमतें भी 18 जुलाई से बढ़ने वाली हैं। इन उत्पादों पर टैक्स बढ़ा दिया गया है। फिलहाल ब्रांडेड और पैकेज्ड फूड आइटम्स पर 5 फीसदी जीएसटी लगता है। बिना पैक और बिना लेबल वाले उत्पाद कर मुक्त हैं।
18 जुलाई से क्या-क्या होगा महंगा, देखें लिस्ट
- टेट्रा पैक दही, लस्सी और बटर मिल्क की कीमतें बढ़ेंगी क्योंकि 18 जुलाई से इस पर 5% जीएसटी लगाया जाएगा।
- चेकबुक जारी करने के लिए बैंक पहले जो सर्विस टैक्स लेता था, उस पर अब 18% जीएसटी लगेगा।
- अस्पतालों में 5,000 रुपये (गैर-आईसीयू) से अधिक के कमरे किराए पर लेने पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा।
- एटलस वाले मैप पर भी 12 फीसदी की दर से जीएसटी लगेगा।
- 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम वाले होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।
- एलईडी लाइट एलईडी लैंप पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।
- ब्लेड, कागज काटने वाली कैंची, पेंसिल शार्पनर, चम्मच, कांटे, स्किमर्स और केक-सर्वर पर जीएसटी बढ़कर 18 फीसदी हो गया।
- प्रिंटिंग में इस्तेमाल की जाने वाली स्याही के दाम बढ़ेंगे।
- चिटफंड सेवा पर जीएसटी दर 12 से 18 फीसदी हुई।
- पानी का पंप, साइकिल का पंप भी होगा महंगा।
- आटा चक्की, दाल मशीन के दाम में भी बढ़ोतरी
- अनाज छंटाई मशीन, डेयरी मशीन, कृषि उत्पाद मशीन होंगे महंगे।
- ड्राइंग और मार्किंग उपकरण के दाम में भी बढ़ोतरी होगी।
- सोलर वाटर हीटर पर जीएसटी 5 फीसदी से बढ़कर 12 फीसदी होगा।
इन वस्तुओं के दाम घट सकते हैं
- हड्डी रोग उपचार के सामान पर जीएसटी दर 12 से 5 फीसदी हुई।
- फाइलेरिया रोधी दवा की कीमत पुरानी दर पर ही रहेगी।
- सैन्य उत्पादों पर आईजीएसटी की दर शून्य कर दी गई है।
- तेल सहित ट्रक माल भाड़ा की दर 18 से घटाकर 12 प्रतिशत की गई।
- रोपवे माल ढुलाई और ट्रैवल पर जीएसटी 18 से घटाकर 5 प्रतिशत हुई।
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