सार

आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और वीडियोकॉन (Videocon) लोन मामले में प्रवर्तन निदेशालय  (Enforcement Directorate) ने चंदा कोचर (Chanda Kochhar), उनके पति दीपक कोचर (Deepak Kochhar) और वीडियोकॉन ग्रुप (Videocon Group) के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत चार्जशीट दाखिल कर दी है। 
 

बिजनेस डेस्क। आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) और वीडियोकॉन (Videocon) लोन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने चंदा कोचर (Chanda Kochhar), उनके पति दीपक कोचर (Deepak Kochhar) और वीडियोकॉन ग्रुप (Videocon Group) के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत चार्जशीट दाखिल कर दी है। एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने इस मामले में 7 दूसरे लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है। जानकारी के मुताबिक, यह चार्जशीट मुंबई की एक अदालत में दाखिल की गई है। 

सितंबर में गिरफ्तार किए गए थे दीपक कोचर
बता दें कि इस मामले में एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दीपक कोचर को इसी साल सितंबर में गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से प्राथमिकी (FIR) दर्ज किए जाने के बाद ED ने चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। मुंबई की अदालत इस मामले में अब 11 नवंबर को सुनवाई करेगी।

क्या हैं आरोप
जानकारी के मुताबिक, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने वीडियोकॉन ग्रुप (Videocon Group) और इससे जुड़ी कंपनियों को 1875 करोड़ रुपए के लोन दिए थे। सूत्रों के मुताबिक, ये लोन बैंक की नीतियों के खिलाफ जा कर दिए गए थे। इससे जुड़े साक्ष्य अदालत में जमा कर दिए गए हैं। लोन दिए जाते वक्त चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ थीं। 

कोचर फैमिली की संपत्ति हो चुकी है अटैच
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कोचर फैमिली की संपत्ति अटैच कर चुका है। इसमें दक्षिण मुंबई में स्थित एक अपार्टमेंट शामिल है, जिसकी कीमत 76 करोड़ रुपए आंकी गई है। बता दें कि कस्टडी में लिए जाने पर दीपक कोचर ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को खत्म किए जाने की मांग की थी। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को भी गैरकानूनी बताया था।

चंदा कोचर थीं लोन देने वाली कमेटी में शामिल
वीडियोकॉन ग्रुप की 5 कंपनियों को आईसीाईसीआई बैंक ने अप्रैल 2012 में 3,250 करोड़ रुपए का लोन दिया था। इसके बाद इस लोन को 2017 में एनपीए (NPA) घोषित कर दिया गया। लोन स्वीकृत करने वाली कमेटी में चंदा कोचर शामिल थीं। आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स 
में पैसा लगाया था।