सार
ओला इलेक्ट्र्रिक स्कूटर लाने के साथ ही काफी पॉपुलर हुई थी, लेकिन अब इसकी चर्चा स्कूटरों में आग लगने के कारण हो रही है। हाल ही में कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें स्कूटरों में आग लगी है। अब कंपनी ने इन वाहनों को वापस बुलाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक ने अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर (Ola Electric Scooter) की 1,441 यूनिट्स को मार्केट से वापस लेने का फैसला किया है। यह फैसला लगातार स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर लिया गया है। कंपनी का कहना है कि वह पुणे में 26 मार्च को अपने ई स्कूटर में आग लगने की घटना की जांच कर रही है। अब तक की जांच के मुताबिक पता चलता है कि यह इस तरह का एकमात्र मामला है। हालांकि, कंपनी ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से वह इस खेप के 1,441 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को मार्केट से वापस ले रही है और वह इन स्कूटरों की जांच करेगी।
सभी वाहन मानक को कर रहे पूरा
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा-‘हमारे इंजीनियर इन स्कूटरों की पूरी तरह जांच करेंगे। वे बैटरी सिस्टम, थर्मल सिस्टम से लेकर सिक्योरिटी सिस्टम आदि सभी की जांच करेंगे।' कंपनी ने दावा किया कि उसका बैटरी सिस्टम पहले से बेहतर है और इसमें सभी मानकों का ध्यान रखा गया है। इसका एआईएस 156 के लिए ट्रायल हो चुका है। यह भारत के लिए प्रस्तावित नया स्टैंडर्ड है। इसके अलावा यह बैटरी यूरोपीय स्टैंडर्ड ईसीई 136 को भी पूरा करती है।
देश में कई स्थानों पर ई व्हीकल्स में लगी आग
हाल के दिनों में देश में कई स्थानों पर इलेक्ट्रिक दोपहिया में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके चलते इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियां अपने वाहनों को बाजार से वापस मंगा रही है। ओकिनावा ऑटोटेक ने 3,000 से अधिक यूनिट्स को बाजार से वापस लिया है। प्योर ईवी ने भी बाजार से 2,000 गाड़ियां वापस बुलाई हैं।
25 मार्च को लगी थी पहली बार आग
इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की पहली घटना तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में हुई थी। यहां 25 मार्च को ओकीनावा (Okinawa) कंपनी के Okhi स्कूटर में चार्जिंग के दौरान आग लग गई थी। घटना में एक व्यक्ति और उसकी 13 साल की बेटी की दम घुटने से मौत हो गई थी। वहीं पुलिस जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की वजह बताई गई है। इसके बाद देश में अलग-अलग जगहों पर इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगी। पुणे में ओला के स्कूटर में आग लगी थी।
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