सार
ईपीएफओ ब्याज दरों का की सिफारिशें सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी करती है। पिछली बार बोर्ड की ओर से ब्याज दरों को 8.5 फीसदी रखा था।
बिजनेस डेस्क। इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑगर्नाइजेशन के सदस्यों के लिए काफी अहम खबर सामने आई है। यह खबर ईपीएफ की ब्याज दरों से जुड़ी हुई हैं। इसको लेकर ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की 16 नवंबर को बैठक होने जा रही है। जिसमें पीएफ की ब्याज दरों का रिव्यू किया जाएगा। इसके अलावा पेंशन राशि पर भी अहम फैसला लिया जा सकता है। आपको बता दें कि मौजूदा समय में ईपीएफ की ब्याज दरें 8.5 फीसदी हैं। जिसके बदलने की कम ही संभावना दिख रही है।
ईपीएफ ब्याज दरों पर होगी चर्चा
ईपीएफओ की बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा ब्याज दरों का रहने वाला है। इस मीटिंग में तय किया जाएगा कि आपको इस साल कितना ब्याज ईपीएफ पर दिया जाएगा। जानकारों की मानें तो ईपीएफओ बॉडी ब्याज दरों को स्थिर रख सकती है! यानी के किसी भी तरह के बदलाव की संभावना कम ही दिखार्इ दे रही हैं। इसका मतलब है कि ईपीएफओ मेंबर्स को 8.5 फीसदी ब्याज मिलता हुआ दिखाई दे सकता है।
मिनिमम पेंशन पर भी हो सकती है चर्चा
जानकारी के अनुसार केंद्रीस ट्रेड यूनियंस की ओर मौजूदा समय में मिनिमम पेंशन को एक हजार रुपए से बढ़ाकर 6 हजार रुपए करने की मांग कर रहा है। जबकि सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी इसे 3 हजार रुपए करने पर विचार कर रही है। ईपीएफओ के पैसे को निजी कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश करने का विवादास्पद मुद्दा भी बैठक में चर्चा का विषय होगा। मतलब साफ है कि इस बार की मीटिंग काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। सरकार और उसकी बॉडी आम लोगों को थोड़ी राहत देने के मूड में दिखाई दे रही है।
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इस तारीख को है मीटिंग
जानकारी के अनुसार सीबीटी यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की मीटिंग 16 नवंबर को हो सकती है। इससे पहले सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की मीटिंग श्रीनगर में हुई थी। जिसमें वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.5 फीसदी रखने की सिफारिश की थी। जिस पर फाइनेंस मिनिस्ट्री ने हाल ही में अपनी मुहर लगाई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर सीबीटी किस तरह का रुख अख्तियार करती है।