सार
कमोडिटी बाजार (Commodity Market) के जानकारों के मुताबिक कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी, खासकर कच्चे तेल (Crude Oil) और सोने की कीमतों (Gold Price) से मुद्रास्फीति की चिंता (Inflation Concerns) और बढ़ सकती है, जिससे निकट भविष्य में सोने की कीमतों में तेजी आ सकती है।
बिजनेस डेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine) के कारण ग्लोबल इंफ्लेशन (Global Infaltion) की चिंताओं की वजह से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज या एमसीएक्स पर सोने की कीमत (Gold Price) में मई 2021 के बाद से सबसे ज्यादा वीकली रिटर्न (Weekly Return) देखने को मिला है। एमसीएक्स सोने की कीमत (Gold Price Today) आज 52,549 प्रति 10 ग्राम पहुंच गई हैं और कमोडिटी विशेषज्ञ इसके और आगे जाने की उम्मीद कर रहे हैं। निकट अवधि में यह प्राइस 54,000 रुपए के लेवल तक पहुंच सकता है। कमोडिटी बाजार के जानकारों के मुताबिक कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी, खासकर कच्चे तेल और धातु की कीमतों से मुद्रास्फीति की चिंता (Inflation Concerns) और बढ़ सकती है, जिससे निकट भविष्य में सोने की कीमतों में तेजी आ सकती है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर (USD) के मुकाबले भारतीय राष्ट्रीय रुपए (INR) में गिरावट पीली धातु की कीमतों में वृद्धि के लिए घरेलू ट्रिगर के रूप में काम करेगा।
सोने की कीमतों में और तेजी की उम्मीद पर बात करते हुए रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में वीपी-कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च सुगंधा सचदेवा ने लाइव मिंट से बात करते हुए कहा कि सोने ने निवेशकों के हितों को लुभाना जारी रखा है क्योंकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने बाजारों में रिस्क सेटिमेंट को खराब कर दिया है और सुरक्षित निवेश को देखते हुए कीमती धातु की मांग को बढ़ावा दिया है। जिसकी वजह से मई 2021 कके बाद सोने में सबसे ज्यादा वीकली रिटर्न देखने को मिला है। यूक्रेन संकट के कारण बढ़ते तनाव से सोने की मांग बनी रह सकती है।
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रुपया बनाम डॉलर
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि भारतीय रुपये में हाजिर बाजार में साल-दर-साल (ङ्घञ्जष्ठ) समय में 2.48 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले एक सप्ताह में यह डॉलर के मुकाबले लगभग 1.10 फीसदी गिर गया है। चूंकि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से भारत से डॉलर के आउटफ्लो बढऩे की उम्मीद है, यह निकट भविष्य में 77 के लेवल पर जाने की उम्मीद है। बशर्ते यूक्रेन-रूस युद्ध में कोई युद्धविराम न हो। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता ने कहा कि डॉलर के मुकाबले 1 रुपये के बदलाव से प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत में 250 रुपये से 300 रुपये का बदलाव होता है। इसलिए रुपये में यह गिरावट एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में उछाल के लिए एक अतिरिक्त घरेलू ट्रिगर के रूप में काम कर सकती है।
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यूएस फेड ब्याज दर में वृद्धि
रेलिगेयर ब्रोकिंग की सुगंधा सचदेवा ने कहा, "सोने की कीमतों में उल्लिखित स्तरों पर कुछ आपूर्ति दबाव देखने की संभावना है। फेड की बढ़ती मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए महीने के अंत में अपनी आगामी बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की योजना के सुदृढ़ीकरण के रूप में कार्य करने की संभावना है। जिसकी वजह से सोने के दाम एमसीएक्स पर 52500 रुपए कॉमेक्स पर 1970 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच सकते हैं।
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एमसीएक्स गोल्ड प्राइस टारगेट
निकट अवधि में सोने की कीमत के दृष्टिकोण पर बोलते हुए, आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अनुज गुप्ता ने कहा, "जैसा कि मैंने पहले कहा था, सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी की उम्मीद है, बशर्ते रूस-यूक्रेन संघर्ष में कोई संघर्ष विराम न हो। कोई भी एमसीएक्स सोना लगभग 51,500 रुपए में खरीद सकता है। हालांकि, नए सिरे से खरीदारी करते समय 51,000 रुपए पर सख्त स्टॉप लॉस बनाए रखना चाहिए।" उन्होंने सोने के खरीदारों को हाजिर सोने की कीमत पर नजर रखने की सलाह दी क्योंकि इसे अब 1940 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर तत्काल समर्थन है, जबकि इसे 1880 डॉलर के स्तर पर मजबूत समर्थन है। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के विशेषज्ञों ने कहा कि यदि कीमती सर्राफा धातु 1970 डॉलर से ऊपर बनी रहती है, तो यह निकट अवधि में 2,000 डॉलर से 2,020 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक बढ़ सकती है।