सार
सरकार अब अगले साल से कर्मचारियों के प्रदर्शन पर पीएलआई देने की योजना बना रही है। इंडियन बैंक एसोसिएशन की सैलरी पर बनी कमिटी का पीएलआई के प्रस्ताव को लगभग स्वीकार कर लिया गया है। आईबीए ने वेतन में 12 फीसद बढ़ोतरी की पेशकश की है, लेकिन बैंक यूनियनों की मांग 15 फीसद बढ़ोतरी की है।
नई दिल्ली. सरकारी बैंकों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। सरकार अब अगले साल से कर्मचारियों के प्रदर्शन पर वेरिएबल देने की योजना बना रही है। इस तहत सरकारी बैंकों में काम कर करीब 8 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा। प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों को यह लाभ पहले से ही मिल रहा है।
वेतन बढ़ोतरी पर वार्ता जारी
सूत्रों के मुताबिक इंडियन बैंक एसोसिएशन की सैलरी पर बनी कमिटी का पीएलआई के प्रस्ताव को लगभग स्वीकार कर लिया गया है। इस कमिटी का नेतृत्व यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर राजकिरण राय कर रहे हैं। बता दें कि सरकारी बैंकों में काम कर रहे कर्मचारियों के पीएलआई पर द्विपक्षीय समझौता पांच वर्ष में एक बार होता है। फिलहाल सैलरी में बढ़ोतरी के समझौते पर बातचीत जारी है।
पहले से अगल प्रारूप तैयार
हालांकि इस ओर कई सरकारी बैंकों ने काम किया है, जिसमें एसबीआई सहित अन्य कई बैंक शामिल हैं। लेकिन नए प्रावधानों में नए सिरे से काम किया जा रहा है। इसके अनुसार कर्मचारियों के प्रदर्शन के बजाय बैंकों के प्रदर्शन पर इंसेंटिव और रिवार्ड दिया जाएगा।
वेतन में 15 फीसद बढ़ोतरी की मांग
खबरों के मुताबिक आईबीए ने साफ किया है कि पीएलआई के वेतन में शामिल नहीं किया गया है। यह समझौते में वेतन में बढ़ोतरी से अलग होगा। आईबीए ने वेतन में 12 फीसद बढ़ोतरी की पेशकश की है, लेकिन बैंक यूनियनों की मांग 15 फीसद बढ़ोतरी की है।