सार

एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने विभिन्न टेन्योर लिए गैर-निकासी योग्य सावधि जमा (Non-Withdrawable FDs) पर अपनी ब्याज दरों में संशोधन किया है। ये दरें घरेलू नागरिकों (Domestic Citizens), एनआरओ (NRO) और एनआरई (NRE) पर लागू होंगी।

बिजनेस डेस्क। एसबीआई (SBI) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के विपरीत, प्राइवेट लेंडर एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने विभिन्न टेन्योर लिए गैर-निकासी योग्य सावधि जमा (Non-Withdrawable FDs) पर अपनी ब्याज दरों में संशोधन किया है। ये दरें घरेलू नागरिकों (Domestic Citizens), एनआरओ (NRO) और एनआरई (NRE) पर लागू होंगी। यह संशोधन 5 करोड़ रुपए से से अधिक या उसके बराबर ब्लक एफडी (Bulk FD) पर किया गया है। ये नई दरें 01 मार्च, 2022 से लागू हो गई हैं।

कितनी हैं दरें
लेंडर 3 साल से 10 साल के कार्यकाल पर 5 करोड़ से 200 करोड़ रुपए के लिए गैर-निकासी योग्य एफडी पर 4.70 फीसदी ब्याज आॅफर कर रहा है। इस बीच, 2 साल से 3 साल से कम के कार्यकाल पर 4.6 फीसदी की ब्याज दर दी जाती है। 1 वर्ष से 2 वर्ष से कम अवधि के लिए 4.55फीसदी ब्याज दर अर्जित की जा सकती है। इसके अलावा, 4.15 फीसदी की दर 9 महीने से ऊपर और 1 साल से कम के कार्यकाल पर लागू होती है, जबकि, 4 फीसदी की दर 6 महीने से 9 महीने से कम के लिए दी जाती है। न्यूनतम दर 3.75 फीसीदी है और यह 91 दिनों से लेकर 6 महीने से कम समय के लिए गैर-निकासी योग्य एफडी पर दी जाती है।

सामान्य एफडी से होती है कितनी अलग
गैर-निकासी योग्य एफडी सामान्य जमाओं से भिन्न होती हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है, ये ऐसी एफडी हैं जिनमें समय से पहले निकासी की कोई सुविधा नहीं है यानी जमाकर्ता द्वारा इस तरह की जमा की अवधि समाप्त होने से पहले फिक्स्ड डिपाॅजिट को बंद नहीं किया जा सकता है। हालांकि, अपने नोट के तहत, एचडीएफसी बैंक ने कहा है कि बैंक इन जमाराशियों को असाधारण परिस्थितियों में जैसे कि किसी भी न्यायपालिका/सांविधिक और/या नियामक प्राधिकरणों से मृतक दावा निपटान मामलों के किसी भी निर्देश की स्थिति में समयपूर्व निकासी की अनुमति दे सकता है

कब मिलेगा ब्याज, कब नहीं
इन जमाओं की समयपूर्व निकासी की स्थिति में, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि वह जमा की मूल राशि पर कोई ब्याज नहीं देगा। इस तरह के समय से पहले बंद होने की तारीख तक जमा या भुगतान किया गया कोई भी ब्याज जमा राशि से वसूल किया जाएगा। हालांकि, अगर मृत्यु के दावे के कारण इन जमाराशियों की समयपूर्व निकासी होती है तो दावेदार को ब्याज का भुगतान किया जाएगा। इस तरह की निकासी पर लागू ब्याज दर अनुबंधित दर या बैंक के पास जमा रहने की अवधि के लिए लागू आधार दर, जो भी कम हो, होगी। आधार दर जमा की बुकिंग की तारीख से 5 करोड़ की जमाराशियों पर लागू दर है। एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक ने 10 मार्च को 2 करोड़ रुपए से अधिक की एफडी पर अपनी ब्याज दरों में संशोधन किया है।