सार

आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में अप्रैल-अक्टूबर को दौरान कोयले के आयात में गिरावट आई। यह गिरावट 18.6 फीसदी रही। इस दौरान नॉन-कुकिंग कोल इम्पोर्ट 77.67 मिलियन टन रहा। 

बिजनेस डेस्क। आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में अप्रैल-अक्टूबर को दौरान कोयले के आयात में गिरावट आई। यह गिरावट 18.6 फीसदी रही। इस दौरान नॉन-कुकिंग कोल इम्पोर्ट 77.67 मिलियन टन रहा। कहा जा रहा है कि कोयले के आयात में यह गिरावट कोरोनावायरस महामारी की वजह से आई। ये आंकड़े एमजंक्शन सर्विसेस (mjunction services) ने जारी किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में कोयले का कुल आयात 116.81 मिलियन टन रहा। यह पिछले वित्त वर्ष (2019-20) की समान अवधि में 143.63 मिलियन टन रहा था। 

अक्टूबर महीने में कोयले का इम्पोर्ट
आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस साल अक्टूबर महीने में कोयले का कुल आयात 21.50 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 18.28 मिलियन टन रहा था। इसी महीने कुल कोयला आयात में नॉन-कुकिंग कोल 14.46 मिलियन टन रहा। वहीं, कुकिंग कोल इम्पोर्ट 4.92 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल अक्टूबर में 2.79 मिलियन टन रहा था।

आई गिरावट
2020 में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान टोटल नॉन-कुकिंग कोल इम्पोर्ट 77.67 मिलियन टन रहा। यह पिछले साल की समान अवधि में 98.73 मिलियन टन रहा था। कुकिंग कोल इम्पोर्ट 2020 में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 23.89 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 28.63 मिलियन टन से कम है।   

क्या कहा एमजंक्शन के डायरेक्टर ने
एमजंक्शन सर्विसेस के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विनय शर्मा का कहना है कि फेस्टिव सीजन के दौरान कोयले की डिमांड बढ़ी। इसके साथ ही सप्लाई चेन में दिक्कत के कारण इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमतों में बढ़ोत्तरी की भी आशंका रही। एमजंक्शन सर्विसेस एक साझा B2B ई-कॉमर्स कंपनी है। इसे टाटा स्टील (Tata Steel) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) द्वारा संचालित किया  जाता है।