सार
दुनिया के सबसे धनी लोगों में शुमार और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) ने कहा है कि भारत को जलवायु परिवर्तन संकट (Climate Crisis) से निबटने में आगे बढ़कर सामने आना होगा और दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश करना होगा।
इंटरनेशनल डेस्क। दुनिया के सबसे धनी लोगों में शुमार और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) ने कहा है कि भारत को जलवायु परिवर्तन संकट (Climate Crisis) से निबटने में आगे बढ़कर सामने आना होगा और दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश करना होगा। बता दें कि बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (Bill & Melinda Gates Foundation) चिकित्सा, शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के साथ गरीबी उन्मूलन के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाता है। हाल ही में बिल गेट्स की नई किताब 'हाउ टू अवॉइड ए क्लाइमेट डिजास्टर' (How to Avoid a Climate Disaster) का भी मकसद जलवायु परिवर्तन से निपटने की योजना में योगदान करना है। बिल गेट्स ने एक वीडियो इंटरव्यू में कहा है कि दुनिया के दूसरे देशों के साथ ही भारत भी जलवायु परिवर्तन संकट से जूझ रहा है, इसलिए उसे इससे निपटने की योजना बनानी होगी और इस क्षेत्र में एक उदाहरण स्थापित करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस कार्यक्रम (मिशन इनोवेशन 2015) में आए थे और मुझे उम्मीद है कि नवंबर में ग्लासगो में आयोजित (COP26 (2021) संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में वे आएंगे।
भारत के सामने है बड़ी चुनौती
बिल गेट्स ने कहा कि उनका मानना है कि भारत कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाला पहला देश नहीं हो सकता है, फिर भी वह अमीर देशों को इस क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए एक उदाहरण जरूर पेश कर सकता है। बिल गेट्स ने कहा कि जब ज्यादातर लोगों को जलवायु परिवर्तन की समस्या के बारे में ठीक से पता नहीं है। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि CO2 उत्सर्जन के कई स्रोत हैं। बिजली, परिवहन, भवन और विनिर्माण इस उत्सर्जन के सबसे बड़े स्रोत हैं।
इनोवेशन की जरूरत
माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए इनोवेशन की जरूरत है। खास तौर पर खेती के क्षेत्र में बेहतर बीजों का विकास करना जरूरी है, जिसमें ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती। बिल गेट्स ने कहा कि इस क्षेत्र में निवेश की भारी कमी है। भारत के बजट में सरकार के अनुसंधान एवं विकास की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए काफी राशि का प्रावधान किया गया है और इससे ज्यादा काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्यादा एयर कंडीशनिंग मशीनों के निर्माण कार्बन उत्सर्जन बढ़ेगा। बिल गेट्स का कहना है कि 2050 तक भारत में नई इमारतों के निर्माण का काम काफी बढ़ जाएगा। इससे कार्बन उत्सर्जन काफी बढ़ेगा, अगर इको-फ्रेंडली तकनीक वाले घरों की योजना पर काम नहीं किया जाता है। इसके लिए सरकार को सब्सिडी देनी होगी।
भ्रष्टाचार है बड़ी समस्या
बिल गेट्स ने भारत में भ्रष्टाचार को बड़ी समस्या बताया। इससे जलवायु परिवर्तन की समस्या को दूर करने में कठिनाई बढ़ सकती है। बिल गेट्स ने कहा कि भारत जिन क्षेत्रों में आगे है, उनमें से एक डिजिटल कार्यक्रम है। इसका काफी फायदा मिलेगा। बिल गेट्स ने कहा कि अमीर देश अगले 15 सालों के भीतर गैसोलीन-ईंधन वाली कारों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा देंगे। अब इस दिशा में भारत को भी काम करना होगा। बिल गेट्स ने कहा कि भारत और पाकिस्तान में प्रदूषण सबसे ज्यादा है। इस रैंकिंग में कुछ अफ्रीकी शहर आगे हो सकते हैं, लेकिन बहुत सारे भारतीय शहर भी प्रदूषण के मामले में आगे हैं। बिल गेट्स ने कहा कि इसमें कमी लाने के लिए कोयला पर आधारित संयंत्रों को कम करना होगा और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को बढ़ावा देना होगा।