सार
भारत में जल्द ही 5G सर्विस की शुरुआत हो जाएगी। इसको लेकर सरकार ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी की स्वीकृति भी दे दी है। टेलीकॉम मिनिस्ट्री इसी सप्ताह में नीलामी के लिए आवेदन भी मंगाएगी। जुलाई से नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
नई दिल्लीः भारत में जल्द ही 5G सर्विस शुरू हो जाएगी। 5G आने से पहले कई कंपनियां 5G स्मार्टफोन भी बाजार में उतार चुकी हैं। ऐसे में आपको यह जानकर खुशी होगी कि सरकार ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी (5G Service in India) को स्वीकृति दे दी है। जो कि देश में दूरसंचार के क्षेत्र में एक नई क्रांति लेकर आएगी। नीलामी के लिए दूरसंचार मंत्रालय (Ministry Of Telecom) इसी हफ्ते इच्छुक टेलिकॉम कंपनियों को आवदेन के लिए आमंत्रित करेगा। जानकारी दें कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की अध्यक्षता में 14 जून को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 5जी स्पेक्ट्रम को लेकर यह बड़ा फैसला लिया गया है।
काफी वक्त से चल रही थी मांग
गौरतलब है कि टेलीकॉम कंपनियां लंबे समय से 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कर रही थीं। नीलामी लोअर, मिड और हाई फ्रीक्वेंसी बैंड में होगी। लोअर में 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज होंगे. 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज होंगे। मिड में 3300 मेगाहर्ट्ज और हाई 26 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी बैंड है। इस नीलामी में देश के तीन प्रमुख टेलीकम्यूनिकेशन सर्विस देने वाली कंपनियों में वोडाफोन आइडिया, भारती एयरटेल लिमिटेड और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो के भाग लेने की उम्मीद है। आपको बता दें कि नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम की कुल कीमत 5 लाख करोड़ रुपये रखी गई है। सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द ये 5जी सेवाएं शुरू हो जाए। इसके शुरू होने के बाद 10000 MBPS इंटरनेट स्पीड मिलेगा। मतलब कि 5 जीबी की कोई भी फिल्म 10 सेकेंड में डाउनलोड हो सकेगी।
5G से होंगे बड़े बदलाव
- हाई स्पीट इंटरनेट का इस्तेमाल होगा आसान
- बफरिंग का झंझट हो जाएगा खत्म
- यूट्यूब वीडियो वगैरह बिना बफरिंग के देख सकेंगे
- गेमिंग को ज्यादा फास्ट और ग्राफिक बेहतर किया जा सकेगा
- ऑडियो और वीडियो कॉल के दौरान आवाज और तस्वीरें साफ नजर आएंगी
- किसी को तुरंत हेवी डेटा भेजा जा सकेगा।
- मेट्रो और ड्राइवर लेस गाड़ी को ऑपरेट करना होगा आसान
- वर्चुअल रियलिटी की दुनिया में होगा बदलाव
- रोबोट्स यूज करने में होगी आसानी
- ड्रोन को ऑपरेट करने के दौरान कनेक्टिविटी रहेगी बेहतर
जानें क्या है 5G इंटरनेट
इंटरनेट का पांचवा जेनरेशन 5G है। अभी हमलोग 4G इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं। 5G में तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं। लो फ्रीक्वेंसी बैंड में एरिया कवरेज में सबसे बेहतर रहता है। इंटरनेट स्पीड 100 Mbps रहती है। इंटरनेट स्पीड कम होती है। मिड फ्रीक्वेंसी बैंड में इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 Gbps रहता है। एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम होता है। सिग्नल के मामले में बेहतर रहता है। हाई फ्रीक्वेंसी बैंड में इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 Gbps मिलेगी। एरिया कवर सबसे कम होगा। सिग्नल के मामले में भी बेहतरीन होगा। सबसे पहले फेज में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, लखनऊ, चंडीगढ़, गुरुग्राम, अहमदाबाद, जामनगर, गांधीनगर, पुणे, बेंगलुरु से इसकी शुरुआत की जाएगी।
TRAI ने 20 साल वैधता पर जताई थी सहमति
टेलीकॉम मिनिस्ट्री नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम के 20 साल की वैधता के फेवर में है, क्योंकि ट्राई ने 20 साल के आधार पर आरक्षित मूल्य (Reserve price) के लिए अपनी कॉस्टिंग की थी। सरकार ने कहा कि 5G सेवा शुरू होने के बाद कई चीजों में बलाव हो जाएंगे। यह 4G से 10 गुना फास्ट होगा। 5G सेवाओं में न्यू एज बिजनेस बनाने, उद्यमों के लिए एक्सट्रा रेवेन्यू जेनरेट करने की क्षमता है। ऐसी उम्मीद है कि दूरसंचार सेवा देने वाले 5G टेक्नोलॉजी आधारित सेवाओं को रोल आउट करने के लिए मिड और हाई बैंड स्पेक्ट्रम का उपयोग करेंगे। जो वर्तमान 4G सेवाओं की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक होगा। सरकार ने कहा है कि जुलाई से जोर-शोर से काम शुरू करना है।
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