सार

ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह नए-नए तरीके अपना कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। अब वे इन्श्योरेंस पॉलिसी पर बोनस का झांसा देकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं।

बिजनेस डेस्क। ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह नए-नए तरीके अपना कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। अब वे इन्श्योरेंस पॉलिसी पर बोनस का झांसा देकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं। इससे लोगों को बचाने के लिए इन्श्योरेंस रेग्युलेटरी अथॉरिटी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDA) तैयारी कर रही है। अथॉरिटी जालसाजी रोकने के लिए यूनिक हेडर वाली आईडी अलॉट करेगी। इसके जरिए फेक मैसेज और कॉल पर रोक लगाई जा सकती है। इस आईडी का इस्तेमाल करने पर स्पैम मैसेज और कॉल्स की पहचान आसानी से की जा सकेगी।

इन्श्योरेंस कंपनियां यूनिक ID से करेंगी संपर्क
बता दें कि कस्टमर्स को किसी तरह के फ्रॉड से बचाने के लिए इन्श्योरेंस कंपनियां इस यूनिक आईडी के जरिए ही उनसे संपर्क करेगी। यह आईडी सभी कस्टमर्स को अलॉट की जाएगी। इन्श्योरेंस रेग्युलेटरी अथॉरिटी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDA) की पहलकदमी पर ऐसा किया जा रहा है। 

कंपनियों को क्या करना होगा
इस पहल के तहत इन्श्योरेंस कंपनियों को टेलिकॉम ऑरपेटर्स से यूनिक आईडी लेनी होगी। इसके लिए टेम्पलेट्स रजिस्ट्रेशन 5 अप्रैल तक पूरा करने का निर्देश जारी किया गया है। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर मैसेज भेजने या कॉल करने में दिक्कत होगी।

बोनस देने का वादा करने वालों से सावधान रहें
इन्श्योरेंस रेग्युलेटरी अथॉरिटी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने कहा है कि कोई अगर इन्श्योरेंस पॉलिसी पर बोनस देने की बात कहकर टैक्स के तौर पर पैसे की मांग करता हो, तो सावधान हो जाएं और कभी पैसे नहीं दें। आजकल जालसाज बीमा पॉलिसी पर लाखों रुपए का बोनस ऑफर बता कर लोगों से पैसे ठग रहे हैं। यूनिक आईडी आ जाने के बाद ऐसा कर पाना संभव नहीं होगा।