सार
साल 2022 में अब तक जेट फ्यूल की कीमत (Jet Fuel Price) करीब 16500 रुपए प्रति किलोलीटर तक बढ़ चुकी है। एयरलाइन कंपनियां एयर फेयर (Air Fare) में इजाफा भी कर सकती हैं।
बिजनेस डेस्क। एयर टर्बाइन फ्यूल (Air Turbine Fuel) यानी जेट फ्यूल (Jet Fuel) की कीमत रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं। बुधवार को ऑयल कंपनियों ने जेट फ्यूल की कीमत (Jet Fuel Price) में लगभग 5 फीसदी का इजाफा किया है। जिसके बाद डॉमेस्टिक फ्लाइट्स के लिए एक किलो लीटर (1,000 लीटर) की कीमत अब दिल्ली 90,519.8 रुपए और मुंबई में 88,987.2 रुपए होगी। इस बढ़ोतरी के बाद साल 2022 में अब तक जेट फ्यूल की कीमत करीब 16500 रुपए प्रति किलोलीटर तक बढ़ चुकी है। एयरलाइन कंपनियां एयर फेयर में इजाफा भी कर सकती हैं।
रिकॉर्ड हाई पर पहुंच जेट फ्यूल प्राइस
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में एटीएफ की कीमत 6,743.25 रुपए प्रति किलोलीटर या 8.5 फीसदी बढ़कर 86,038.16 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई थी। बुधवार को दूसरे पखवाड़े की बढ़ोतरी से पहले, यह भारत में एटीएफ द्वारा छुआ गया अब तक का उच्चतम मूल्य है। अगस्त 2008 में पिछला उच्च स्तर 71,028.26 रुपए प्रति किलोलीटर था, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी। अकेले एटीएफ भारतीय एयरलाइंस की परिचालन लागत का लगभग 40 फीसदी है क्योंकि देश में घरेलू उड़ानों के लिए वैश्विक स्तर पर सबसे महंगा जेट फ्यूल है।
यह भी पढ़ें:- Petrol Diesel Price Today, 16 Feb 2022: 3 फीसदी से ज्यादा टूटा क्रूड ऑयल, जानिए आपके शहर में कितने फ्यूल प्राइस
अब तक चार बार हो चुका है इजाफा
बुधवार की कीमतों में बढ़ोतरी इस साल की चौथी बढ़ोतरी है। 1 जनवरी को दरें 2,039.63 रुपए प्रति किलोलीटर या 2.75 फीसदी बढ़कर 76,062.04 रुपए प्रति किलोलीटर और फिर 16 जनवरी को 3,232.87 रुपए प्रति किलोलीटर (4.25 फीसदी) से 79,294.91 रुपए प्रति किलोलीटर तक बढ़ गईं। 1 फरवरी को जेट फ्यूल में 6,743.25 प्रति किलोलीटर या 8.5 फीसदी का इजाफा देखने को मिला, जिसके बाद दाम 86,038.16 रुपए प्रति किलोलीटर हो गए हैं। इस तरह से 2022 में जेट फ्यूल में 16,497.38 रुपए प्रति किलोलीटर का इजाफा हो चुका है। एटीएफ की कीमतें पिछली बार नवंबर 2021 के मध्य में 80,835.04 प्रति किलोलीटर पर पहुंच गई थीं, इससे पहले 1 और 15 दिसंबर को कुल 6,812.25 रुपए प्रति किलोलीटर या 8.4 फीसदी की कटौती की गई थी।
यह भी पढ़ें:- Gold Silver Price, 16 Feb 2022: चांदी की कीमत में 800 रुपए की गिरावट, जानिए सोना कितना हुआ महंगा
एयर फेयर पर पड़ सकता है असर
कीमतों में वृद्धि से उन एयरलाइनों की पहले से ही तनावपूर्ण बैलेंस शीट पर दबाव पड़ेगा जो अभी तक महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण फुल ऑपरेशन में नहीं आ पाई हैं। वहीं दूसरी ओर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए फ्लाइट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की जेब पर असर देखने को मिल सकता है। फ्यूल प्राइस में इजाफा होने स एयरलाइन कंपनियों के ऑपरेशन कॉस्ट में इजाफा हो जाएगा। जिसकी वसूली कस्टमर से एयर टिकट की कीमत में इजाफा कर करेंगी।
यह भी पढ़ें:- दुनिया के बड़े देशों को पछाड़ देगी इंडियन इकोनॉमी, जानिए Finmin Report की अहम बातें
पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं
वहीं दूसरी ओर उसके बाद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में तीन महीने से ज्यादा समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है। जिसका कारण देश में पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों को माना जा रहा है। जिसमें पंजाब, यूपी, उत्तराखंड शामिल है। जेट फ्यूल की कीमतें चुनावी मुद्दा नहीं बनती हैं, इसमें लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। केंद्र ने एयरलाइन इंडस्ट्री के बार-बार अनुरोध के बावजूद उत्पाद शुल्क में कटौती नहीं की है।