सार
LIC IPO Last Day: बोली के अंतिम दिन सुबह 10 बजकर20 बजे तक, एलआईसी के आईपीओ को 1.93 गुना सब्सक्राइब किया गया है, जबकि रिटेल निवेशकों की श्रेणी में 1.63 गुना बुक किया गया है। कुल में से, पॉलिसीधारकों के हिस्से को 5.14 गुना सब्सक्राइब किया गया था
LIC IPO Last Day: देश के सबसे बड़े एलआईसी आईपीओ को रविवार को इश्यू के पांचवें दिन 1.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला क्योंकि वीकेंड के दिन भी सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहा। ताकि लोग इस मेगा इश्यू में भाग ले सकें। आज आईपीओ के खुले रहने का आखिरी दिन है। यह आईपीओ 4 मई को ओपन हुआ था। बोली के अंतिम दिन सुबह 10 बजकर20 बजे तक, एलआईसी के आईपीओ को 1.93 गुना सब्सक्राइब किया गया है, जबकि रिटेल निवेशकों की श्रेणी में 1.63 गुना बुक किया गया है। कुल में से, पॉलिसीधारकों के हिस्से को 5.14 गुना सब्सक्राइब किया गया, जबकि कर्मचारियों के लिए 3.84 गुना सब्सक्राइब किया गया था।क्यूआईबी और एनआईआई ने क्रमश: 1.07 गुना और 1.29 बार बोली लगाई।
आज क्या है जीएमपी
बाजार जानकारों के अनुसार, एलआईसी के शेयर आज ग्रे मार्केट में 36 रुपए के प्रीमियम (जीएमपी) पर उपलब्ध हैं। शेयर आवंटन 12 मई को होने की उम्मीद है और कंपनी के शेयर मंगलवार, 17 मई, 2022 को स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई पर लिस्टिड होंगे। एलआईसी ने इश्यू के लिए 902-949 रुपए प्रति इक्विटी शेयर का प्राइस बैंड तय किया है।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ
सरकार का लक्ष्य 3.5 फीसदी हिस्सेदारी को कम करके लगभग 21,000 करोड़ रुपये उत्पन्न करना है। बाजार की मौजूदा स्थितियों के कारण एलआईसी ने अपने आईपीओ का आकार 5 फीसदी से घटा दिया। यह लगभग 60,000 करोड़ रुपए के पहले के अनुमान से काफी कम है। लगभग 20,557 करोड़ रुपए आकार के बाद भी, एलआईसी आईपीओ देश में अब तक की सबसे बड़ी सार्वजनिक पेशकश होने के लिए तैयार है।
1956 में हुई थी शुरुआत
बीमा दिग्गज की शुरुआती शेयर बिक्री के एंकर निवेशक हिस्से को पिछले हफ्ते ओवरसब्सक्राइब किया गया था, इसके इश्यू से पहले एंकर निवेशकों से लगभग 5,620 करोड़ रुपए जुटाए गए थे। एलआईसी का गठन 1 सितंबर, 1956 को 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों के विलय और राष्ट्रीयकरण द्वारा किया गया था। दिसंबर 2021 तक, एलआईसी की प्रीमियम या जीडब्ल्यूपी के मामले में 61.6 फीसदी, नए व्यापार प्रीमियम के मामले में 61.4 फीसदी, में 71.8त्न की बाजार हिस्सेदारी थी।