सार
टैक्स एंड इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट के अनुसार ईपीएफओ मेंबर एलआईसी प्रीमियम भुगतान के लिए ईपीएफ अकाउंट में अपने रुपए का यूज कर सकता है। बशर्ते उसके पास एलआईसी पॉलिसी प्रीमियम के कम से कम दो साल का ईपीएफ बैलेंस (EPF Balance) हो।
बिजनेस डेस्क। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ मेंबर्स (EPFO Members), जिनके नाम पर भारतीय जीवन बीमा निगम या एलआईसी पॉलिसी (LIC Premium) है, वे अपने जीवन बीमा पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान करने के लिए अपने ईपीएफ अमाउंट (EPF Amount) का यूज कर सकते हैं। टैक्स एंड इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट के अनुसार ईपीएफओ मेंबर एलआईसी प्रीमियम भुगतान के लिए ईपीएफ अकाउंट में अपने रुपए का यूज कर सकता है। बशर्ते उसके पास एलआईसी पॉलिसी प्रीमियम के कम से कम दो साल का ईपीएफ बैलेंस (EPF Balance) हो। जानकारों के अनुसार जिन ईपीएफओ कस्टमर की नौकरी छूट गई है या किसी दूसरी वजहों से फानेंशियल स्ट्रेस में हैं, वो ईपीएफ अकाउंट से पॉलिसी रिन्युअल पेमेंट के साथ अपनी एलआईसी पॉलिसी जारी रखने के लिए इस ईपीएफओ सुविधा का का लाभ उठा सकते हैं।
फॉर्म 14 करना होता है सब्मिट
एलआईसी प्रीमियम भुगतान के लिए ईपीएफओ मेंबर अपने ईपीएफ अमाउंट का यूज कैसे कर सकता है। इस बारे में ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फाउंडर और एमडी पंकज मथपाल के अनुसार ईपीएफओ मेंबर एलआईसी प्रीमियम भुगतान के लिए अपने ईपीएफ अमाउंट का यूज कर सकता है। ईपीएफ अकाउंट से एलआईसी प्रीमियम का पेमेंट करने के लिए, उन्हें ईपीएफओ में फॉर्म 14 सब्मिट करना होगा। हालांकि, इसे डिपॉजिट करते समय ईपीएफओ ऑफिस में फॉर्म 14, ईपीएफ अकाउंट होल्डर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फॉर्म 14 जमा करते समय ईपीएफ बैलेंस एलआईसी प्रीमियम राशि का कम से कम दो साल के बराबर होना चाहिए।
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ये लोग उठा सकते हैं लाभ
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के पंकज मथपाल ने कहा कि ईपीएफओ कस्टमर एलआईसी पॉलिसी खरीदते समय या एलआईसी प्रीमियम भुगतान के बाद के फेज में इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसलिए, यदि कोई ईपीएफ अकाउंट होल्डर कोविड -19 महामारी या किसी दूसरी वजह से फाइनेंशियल स्ट्रेस में है, तो वह अभी भी अपने ईपीएफ अकाउंट्स से एलआईसी प्रीमियम का भुगतान करके अपनी एलआईसी पॉलिसी को रिनुअल कर सकता है। उसे अपने नजदीकी ईपीएफओ ऑफिस में फॉर्म 14 डिपॉजिट करना होगा।
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एलआईसी पॉलिसी रिनुअल रूल
टैक्स एंड इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी के अनुसार एलआईसी अपने पॉलिसीहोल्डर को प्रीमियम के देर से भुगतान पर भी अपनी पॉलिसी को रिनुअल की परमीशन देता है। एलआईसी प्रीमियम रिनुअल रूल के अनुसार पॉलिसी रिनुअल डेट के 6 महीने के बाद पॉलिसी रिनुअल पर कोई लेट फाइन नहीं लगाया जाता है। पॉलिसी रिनुअल डेट के 6 महीने से 3 साल बाद एलआईसी पॉलिसी के रिनुअल पर, पॉलिसी प्रीमियम के अतिरिक्त कुछ लेट फाइन देना होगा। यदि कोई व्यक्ति पॉलिसी रिनुअल डेट के 3 साल बाद अपनी पॉलिसी को रिनुअल करने में फेल होता है तो एलआईसी एलआईसी पॉलिसी निष्क्रिय हो जाती है। वो कहते ळैं कि किसी को अपने ईपीएफ अमाउंट का उपयोग एलआईसी प्रीमियम भुगतान के लिए केवल अंतिम सॉल्युशन रूप में देखना चाहिए। यदि किसी मेंबर की एलआईसी पॉलिसी निष्क्रिय होने वाली है, उस स्थिति में वो ऐसा कर सकते हैं।