सार

अगर आप भी अपने आयकर में छूट लेना चाहते हैं तो एलटीए एक बेहतर विकल्प है. इसमें आप और आप पर आश्रित भी शामिल होते हैं. लेकिन इसके लिए अपने यात्रा के कागजात आपको संभाल कर रखने होते हैं.  

नई दिल्लीः अगर आप टैक्स में छूट लेना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. आप घूमते हुए भी टैक्स बचा सकते हैं. अवकाश यात्रा भत्ता यानि LTA (Leave Travel Allowence) के माध्यम से आप ऐसा कर सकते हैं. इसका उपयोग सरकारी कर्मचारी (Government Employee) के साथ प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी भी कर सकते हैं. किसी यात्रा में टिकट के भुगतान के लिए इसका सीधा सा उपयोग होता है. देश भर में कहीं भी यात्रा कर इसका लाभ लिया जा सकता है. देश से बाहर जाने पर यह अमान्य हो जाता है. 

जानें क्या है लीव ट्रेवल एलाउंस (LTA)
लीव ट्रेवल एलाउंस बढ़िया टैक्स सेविंग टूल की तरह है. कहीं भी यात्रा कर आपको बस टिकट और डिटेल्स संभाल कर रखना होगा. अपने जिला की यात्रा करें या देश भर में कहीं भी, आपके पास इसकी कागजी या डिजिटल डिटेल होनी चाहिए. इसके तहत जो भी रुपए आप भुगतान करेंगे वह आयकर मुक्त होगी. इसका भुगतान कंपनी, संस्था या विभाग की तरफ से कर्मचारियों को किया जाता है. लीव ट्रेवल एलाउंस में खर्च की गई राशि पर दी गई छूट बस यात्रा लागत तक ही सीमित रहती है. यह सिर्फ टिकट और भाड़े के लिए दिया जाता है. भोजन वगैरह, किसी चीज की खरीदारी जैसे खर्चों के मद में आयकर में छूट नहीं मिलती है.  

कर्मचारी पर आश्रित भी इसमें शामिल
एलटीए के अंतर्गत कर्मचारी की पत्नी, बच्चे और उन पर आश्रित माता-पिता भी आते हैं. लेकिन कर्मचारी के 1998 के बाद पैदा हुए बच्चे इसमें शामिल नहीं हो सकते हैं. जानकारी दें कि एलटीए का लाभ (Benifits of LTA) हर साल नहीं मिलता है. इसके लिए नियम बनाए गए हैं कि चार साल में दो बार ही इसका लाभ लिया जा सकता है. इसका बेहतर रूप से इस्तेमाल करने के लिए आप अपने दफ्तर के अकाउंट्स डिपार्टमेंट में बात कर सकते हैं. कई कंपनियों में यह सुविधा नहीं भी दी जाती है. 

इन कागजातों की पड़ेगी जरूरत
एलटीए का लाभ लेने के लिए कुछ कागजात को संभाल कर रखना जरूरी है. इससे आपको क्लेम करने में काफी आसानी होगी. अमूमन ऐसा नहीं होता है कि यात्रा का प्रमाण पत्र कंपनियां कर अधिकारियों को देती हैं. लेकिन कभी जरूरत पड़ने पर अधिकारी इसकी मांग कर सकते हैं. इसलिए कंपनियां एलटीए लेनेवाले सभी कर्मचरियों को सलाह देती है कि सभी कागजात संभाल कर रखें. ऐसे में हवाई जहाज का टिकट, बोर्डिंग पास, ट्रैवल एजेंट का चालान, ड्यूटी पास वगैरह को अपने पास रखना जरूरी पड़ जाता है.