सार

गैस एजेंसी अच्छा बिजनेस माना जाता है। एक बार गैस वितरण का काम शुरू होने के बाद पैसों की कमी नहीं होती है। हालांकि, इसमें थोड़ा ज्यादा पैसा लगता है लेकिन आप चाहे तो लोन लेकर पूरी प्रक्रिया को पूरी कर सकते हैं।

बिजनेस डेस्क : आज घर-घर रसोई गैस पहुंच गई है। इस कारण इसकी डिमांड काफी है। LPG सिलिंडर बेचने का बिजनेस काफी अच्छा है। इस बिजनेस में मार्जिन भी अच्छा खासा है। इसलिए यह बिजनेस काफी अच्छा माना जाता है। इसके लिए गैस एजेंसी (Gas Agency Business Idea) लेना पड़ता है। हालांकि, इसमें थोड़ा पैसा ज्यादा लगता है लेकिन लोन लेकर आप गैस एजेंसी की शुरुआत कर सकते हैं। एक बार बिजनेस चल गया तो पैसों की कभी कमी नहीं आएगी। आइए जानते हैं कि एक गैस एजेंसी खोलने का क्या तरीका है, इसका लाइसेंस कैसे मिलता है, कितना खर्च आता है और किन-किन डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है...

गैस सिलेंडर का डिस्ट्रीब्यूटर

एलपीजी गैस एजेंसी खोलने के लिए सबसे पहले डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेना पड़ता है। यह चार तरह अर्बन, रूर्बन, ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रीय वितरक होता है। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आवेदन से पहले आपको पता होना चाहिए कि एजेंसी जहां लगाने की सोच रहे हैं, वह इलाका आखिर आता कहां है. इसके लिए सर्वे भी करा सकते हैं। इसी आधार पर गैस एजेंसी का लाइसेंस मिलता है।

गैस एजेंसी के लाइसेंस की शर्तें

  • गैस एजेंसी का लाइसेंस पाने की उम्र 21 से 60 साल तक होनी चाहिए।
  • आवेदक के पास किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं का सर्टिफिकेट होना चाहिए।
  • आवेदक की फैमिली का कोई भी सदस्य किसी ऑयल मार्केटिंग कंपनी जैसे IOCL, HPCL में काम न करता हो यानी वहां का कर्मचारी न हो।
  • गैस एजेंसी के आवेदन में 10,000 रुपए का शुल्क लगता है।
  • आवेदन शुल्क के अलावा आवेदक के पास रिजर्व में 15 लाख रुपए होना चाहिए। ये पैसा गोदाम और एजेंसी कार्यालय बनाने में खर्च होता है।

गैस एजेंसी के लिए कब करना होगा आवेदन

भारत गैस, इंडेन गैस और एचपी गैस एजेंसी का डिस्ट्रीब्यूटरशिप देती है। इसके लिए आवेदन तीनों सरकारी कंपनियों में कर सकते हैं। जब गैस एजेंसी का डिस्ट्रिब्यूटरशिप बांटा जाता है, तब ये कंपनियां न्यूज पेपर और अन्य मीडिया माध्यमों से एडवरटाइजमेंट यानी विज्ञापन देती हैं। अगर आप गैस एजेंसी के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इन विज्ञापनों पर ध्यान देते रहें। कंपनियों का नोटिफिकेशन आने के बाद आवेदन कर सकते हैं।

गैस एजेंसी का लाइसेंस कैसे मिलता है

  • सबसे पहले डायरेक्ट लिंक https://www.lpgvitarakchayan.in/ पर जाकर खुद को रजिस्टर करें।
  • रजिस्ट्रेशन के बाद अपना प्रोफाइल बनाएं।
  • गैस वितरक कंपनियां आवेदक का इंटरव्यू भी ले सकती हैं। जिसे पास करने के बाद आपके नॉलेज की जांच होती है।
  • सभी तरह की जांच के बाद आवेदक को लेटर ऑफ इंटेट दिया जाता है।
  • इसके बाद कंपनी में सिक्योरिटी जमा करना होता है।
  • इन प्रक्रियाओं के बाद गैस एजेंसी आवेदक के नाम अलॉट कर दी जाएगी।

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