सार

मर्जर की खबरों के बीच प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC ने अपने रिटेल लोन को महंगा कर दिया है। HDFC बैंक ने कस्टमर्स के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 15 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है।

HDFC Home Loan Hike: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पिछले कुछ महीनों से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यही वजह है कि अब तक ज्यादातर बैंकों ने MCLR रेट्स पर बेस्ड होम लोन की ब्याज दरों में कोई इजाफा नहीं किया था। हालांकि, मर्जर की खबरों के बीच प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC ने अपने रिटेल लोन को महंगा कर दिया है। HDFC बैंक ने कस्टमर्स के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 15 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है। इससे होम लोन महंगा हो जाएगा।

टेन्योर के हिसाब से कितनी बढ़ी ब्याज दरें :

बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक ओवरनाइट के लिए MCLR 7.80 % से बढ़कर 7.95% कर दी गई है। वहीं, 1 महीने के लिए 7.95% से बढ़ कर 8.10% प्रतिशत कर दी गई है। इसके अलावा 3 महीने पर MCLR रेट 8.40 %, 6 महीने पर 8.80 %, 1 साल के लिए 9.05% , 2 साल पर 9.10 प्रतिशत और 3 साल के लिए MCLR 9.20% कर दिया गया है।

8 मई से लागू होंगी नई ब्याज दरें

HDFC Bank ने MCLR रेट में 0.05% से 0.15% तक का इजाफा कर दिया है। नई दरें 8 मई से लागू कर दी गई हैं। बता दें कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी का असर आपके होम लोन की ईएमआई (EMI) पर पड़ेगा। बैंक की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक MCLR दरों में 15 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतकी की गई है।

किन ग्राहकों पर होगा बढ़े हुए लोन का असर?

MCLR बेस्ड ब्याज दरें बढ़ने के बाद मार्जिनल कॉस्ट से जुड़े सभी होम लोन, ऑटो लोन की ब्याज दरें बढ़ जाएंगी। इस बढ़ी हुई ब्याज दर का असर पुराने और नए दोनों ग्राहकों पर होगा। इन ग्राहकों के लोन की EMI बढ़ जाएगी। हालांकि, इसका असर सिर्फ फ्लोटिंग रेट वाले लोन पर ही होगा। जिनका लोन फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर है, उन पर इसका कोई असर नहीं होगा।

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