सार
पाकिस्तान में आर्थिक हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। यहां तक कि सरकार के पास कर्मचारियों वेतन-भत्ते देने तक के पैसे नहीं बचे हैं। पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की सरकार ने कर्मचारियों के सभी तरह के एरियर्स पर भी रोक लगा दी है।
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में आर्थिक हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। हालात, इतने बिगड़ चुके हैं कि वहां कर्मचारियों की सैलरी देने तक के पैसे नहीं बचे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने कर्मचारियों के सभी तरह के एरियर्स पर भी रोक लगा दी है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि फाइनेंशियल क्राइसिस के चलते उसे ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है। नागरिकों को आटा, तेल और गैस जैसी रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीदना तक मुश्किल होता जा रहा है। बिजली, पेट्रोल और आटा जैसी दैनिक उपयोग में आने वाली चीजें आम आदमी की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं।
विश्व बैंक ने गिराई पाकिस्तान की जीडीपी
बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व बैंक ने हाल ही में पाकिस्तान के लिए जीडीपी प्रति व्यक्ति आय में 2021-22 में 1,613.8 अमेरिकी डॉलर से 2022-23 में 1,399.1 अमेरिकी डॉलर की गिरावट का अनुमान लगाया है। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट 'मैक्रो पॉवर्टी आउटलुक फॉर पाकिस्तान: अप्रैल 2023' में कहा है कि 2022-23 में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि -1.5 प्रतिशत अनुमानित है, जबकि 2021-22 में यह 4.2 प्रतिशत थी। वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी का अनुमान घटाकर 0.4% कर दिया है।
पाकिस्तान में बढ़ेगी बेरोजगारी दर
पाकिस्तान में बेरोजगारी दर 2022-23 में 10.2 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 10.1 प्रतिशत होने का अनुमान है। बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च मुद्रास्फीति के दबाव के चलते पाकिस्तान में गरीबी और बेरोजगारी दर अभी और बढ़ेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ल्ड बैंक का कहना है कि अलग-अलग आर्थिक संकटों के चलते इस वित्त वर्ष में करीब 40 लाख पाकिस्तानी गरीबी की चपेट में आए हैं।
वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान को दी ये सलाह
वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान को और अधिक आर्थिक संकट में फंसने से बचाने के लिए फौरन नए विदेशी कर्ज की व्यवस्था करने की सलाह दी है। बता दें कि तंगहाली से उबरने के लिए पाकिस्तान को फौरन बेलआउट पैकेज की जरूरत है। हालांकि, पाकिस्तान को IMF से अब तक बेलआउट पैकेज मंजूर नहीं हुआ है। आईएमएफ ने पैकेज देने से पहले पाकिस्तान के सामने कई शर्तें रखी हैं। इन्हें पूरा करने के बाद ही इसे मंजूरी मिल सकती है।
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