सार

मुबाशीर बशीर बेग की पढ़ाई श्रीनगर (Srinagar) में ही हुई। बेग बताते हैं कि कभी स्कूल बंद होते हैं तो कभी खुलते थे। ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई को कभी नही रोका। स्कूल बंद होने पर घर पर ही पढ़ाई करते थे।

श्रीनगर। एक तरफ जहां जम्मू-कश्मीर में आजकल बेरोजगार नवयुवकों की भरमार है और उनके पास चंद रुपए की नौकरी करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। लेकिन इन्हीं नौजवानों के बीच से एक ऐसी प्रतिभा भी है। जिनके हुनर से घाटी का नाम देश विदेश में हो रहा है। ये हुनरमंद नवयुवक और कोई नहीं बल्कि बाडी पियरसल और थ्री डी फास्टेस्ट टैटू स्टूडियो के मालिक मुबाशीर बशीर बेग हैं।

पढ़ने में थे अव्वल हर क्लास में आए प्रथम
मुबाशीर बशीर बेग की पढ़ाई श्रीनगर में ही हुई। बेग बताते हैं कि कभी स्कूल बंद होते हैं तो कभी खुलते थे। ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई को कभी नही रोका। स्कूल बंद होने पर घर पर ही पढ़ाई करते थे। यहीं कारण है कि दसवीं में वे 70 प्रतिशत अंक से और 12 वीं में 65 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण हुए। स्नातक में भी उन्होंने पढ़ाई में उम्दा प्रदर्शन किया और प्रथम आए। इसके बाद मुबाशीर बशीर बेग ने होटल मैनेजमेंट में दाखिला लिया और वहां भी पढ़ाई में अव्वल ही आए।

पढ़ाई के दौरान हुआ हैदराबाद के नामी होटल में नौकरी के लिए चयन
होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान ही प्लेसमेंट के लिए कंपनी कालेज आई और मुबाशीर बशीर बेग का चयन हैदराबाद के एक नामी होटल के लिए हुआ। जहां पर उन्होंने नौकरी कर होटल कारोबार की बारिकियां सीखी। इस दौरान उनकी सेलरी साढ़े तीन हजार रुपये प्रति माह थी। लेकिन होटल की नौकरी करते हुए एक दिन लगा कि वे यहां पर अधिक दिन तक नहीं टिक सकते।

एक टैटू ने बदल दिया मुबाशीर बशीर बेग का जीवन
होटल की नौकरी करते हुए मुबाशीर बशीर बेग का मन उबने लगा तो वे वहां से निकलने की छटपटाहट में दिल्ली पहुंचे। जहां पर उन्होंने अपने हाथ में एक टैटू बनवाया। मुबाशीर बशीर बेग जब टैटू बनवा रहे थे तेा उन्हें लगा कि वे भी ऐसा कर सकते हैं। उनके भीतर भी एक आर्टिस्ट है जो कि इस काम को बाखूबी कर सकता है। यहीं सोचकर उन्होंने धीरे-धीरे इस कला में हाथ अजमाना शुरू किया और अपने श्रीनगर लौट आए।

अपनी लगन के बूते बना दिया बाडी पियरसल और थ्री डी फास्टेस्ट टैटू स्टूडियो
अपने गृह जनपद श्रीनगर में वापसी के बाद मुबाशीर बशीर बेग का दिमाग और दिल में एक ही जनून था कि उनको अपना टैटू स्टूडियो बनाना है। इसके लिए पहले एक रेडीमेड गारमेंट की दुकान में चंद रूपयों की नौकरी कर रुपया जमा किया और फिर अपना एक छोटा सा टैटू स्टूडियो खोला। वहीं टैैटू स्टूडियो आज श्रीनगर ही नहीं बल्कि पूरे जम्मू-काश्मीर का सबसे बड़ा बाडी पियरसल और थ्री डी फास्टेस्ट टैटू स्टूडियो आज बन गया है। जहां पर काश्मीर घूमने आने वाले देश विदेश के बड़े बड़े खिलाड़ी, सिनेस्टार और अन्य सेलिब्रिटी मुबाशीर बशीर बेगबाडी पियरसल और थ्री डी फास्टेस्ट टैटू स्टूडियो में जाना नहीं भूलते। मुबाशीर बशीर बेग का ये स्टूडियो आज घाटी का नाम न केवल देश में बल्कि सीमा पार विदेश में भी रोशन कर रहा है।