सार
भारत गौरव स्कीम के तहत प्राइवेट ट्रेन की शुरुआत हो चुकी है। कोयंबटूर से चली यह ट्रेन 16 जून को शिरडी पहुंचेगी। ट्रेन में 20 कोच हैं। 1500 लोगों के यात्रा कर सकते हैं। ट्रेन हर महीने तीन बार चलेगी। ट्रेन लोगों को ऐतिहासिक स्थानों पर घुमाएगी।
नई दिल्लीः भारत के पहले प्राइवेट ट्रेन सर्विस (Private Train) की शुरुआत बुधवार को हो गई। 14 जून को कोयंबटूर से भारत गौरव स्कीम के तहत इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। भारत गौरव योजना (Bharat Gaurav Scheme) के तहत देश की पहली प्राइवेट ट्रेन शुरू हो चुकी है। इसका सबसे पहला सफर तमिलनाडु के कोयंबटूर से शिरडी के बीच रहा। भारतीय रेल (Indian Railway) ने 20 डिब्बों वाली इस ट्रेन को दो साल के लिए प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर को लीज पर दिया है। इसके 20 डिब्बों में फर्स्ट एसी, सेकंड एसी, थर्ड क्लास एसी कोच और स्लीपर कोच शामिल हैं। ट्रेन में एक साथ 1500 लोग सफर कर सकते हैं। हर महीने कम से कम तीन यात्राएं हो सकेंगी।
ट्रेन में हैं 20 कोच
भारत गौरव ट्रेन कोयंबटूर उत्तर से साईनगर शिरडी के लिए मंगलवार को शाम 6 बजे शुरू हुई और ट्रेन का 16 जून को सुबह 7:25 बजे साईनगर शिरडी पहुंचने का वक्त मुकर्रर किया गया है। ये ट्रेन तिरुपुर, इरोड, सेलम, येलहंका, धर्मावरम, मंत्रालयम रोड और वाडी पर रुकेगी। कोयंबटूर से आगे की यात्रा के दौरान यह भारत गौरव ट्रेन मंत्रालयम मंदिर में दर्शन की सुविधा के लिए मंत्रालयम रोड स्टेशन पर 5 घंटे के लिए रुकेगी। वापसी में ट्रेन साईंनगर शिरडी से कोयंबटूर के लिए भारत गौरव ट्रेन 17 जून 2022 शुक्रवार को 07:25 बजे शुरू होगी। ट्रेन 18 जून 2022 शनिवार को 12:00 बजे कोयंबटूर पहुंचेगी। ये फिर धर्मावरम, येलहंका, सेलम, इरोड और तिरुपुर रुकेगी। इस ट्रेन में कुल 20 कोच हैं। पहले एसी कोच -1, 2-टियर एसी कोच – 3, 3-टियर एसी कोच-8, स्लीपर क्लास कोच-5, पेंट्री कार-1 और लगेज-कम-ब्रेक वैन के 2 कोच हैं।
ट्रेन में मिलेंगी ये सुविधाएं
- ट्रेन में कोई बीमार हो गया तो उसके लिए एक डॉक्टर होंगे।
- ट्रेन में रेलवे पुलिस बल के साथ प्राइवेट सिक्योरिटी भी होगी।
- ट्रेन पर इलेक्ट्रीशियन और एसी मैकेनिक, फायर और सेफ्टी के लिए अधिकारी होंगे।
भारत गौरव स्कीम के तहत यात्रा
पिछले साल 23 नवंबर 2021 को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने थीम-आधारित टूरिस्ट सर्किट ट्रेन्स भारत गौरव ट्रेन्स का ऐलान किया था। इसका लक्ष्य भारत के ऐतिहासिक स्थानों और रिच कल्चरल हेरिटेज को रेलमार्ग से जोड़ना है, ताकि देश और दुनिया के लोग आसानी से इन स्थानों पर पहुंच सकें। इस स्कीम के तहत सर्विस प्रोवाइडर यात्रियों को रेल यात्रा, रहना, खाना, साइटसीइंग यानी टूरिस्ट प्लेस में घुमाना इत्यादि का पैकेज ऑफर करेगी।
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