सार
SaaS company Zoho करीब 2000 कर्मचारियों की नियुक्ति करेगा। साथ ही भारत और विदेश में भी कंपनी अपना आपरेशन बढ़ाने जा रही है। यह एक साफ्टवेयर कंपनी है, जो दुनिया भर में अपना बड़ा नेटवर्क बना रही है।
नई दिल्ली. SaaS company Zoho भारत सहित दुनिया के कई अन्य देशों में भी आपरेशन बढ़ाने जा रहा है। जोहो कार्प इंजीनियरिंग, वेब डेवलपर्स, डिजाइनर्स, प्रोडक्ट सेलर्स, राइटर्स सहित कई डिपार्टमेंट्स में कम से कम 2000 कर्मचारियों की नियुक्ति करना चाहता है। ऐसे समय में जब कई बड़ी कंपनियां और स्टार्टअप्स अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रहे हैं, यह कंपनी विस्तार करने की योजना बना रही है। साफ्टवेयर कंपनी भारत ही नहीं पूरी दुनिया में कर्मचारियों का बड़ा नेटवर्क बनाने जा रही है।
कंपनी देगी स्किल ट्रेनिंग
कंपनी ने पहले से ही लोकल स्तर पर कर्मचारियों को काम पर रखना शुरू कर दिया है। इन जगहों पर जोहो स्कूल आफ लर्निंग जैसे प्रोग्राम चलाने की योजना बनी है। इन जगहों पर कंपनी अपने आपरेशंस को बढ़ाने का काम करेगी। जोहो कंपनी के टैक्स और अकाउंटिंग के प्रमुख अधिकारी ने कहा कि हमने पहले से ही हायरिंग शुरू कर दी है। हम उन जगहों पर स्किल ट्रेनिंग देंगे, जहां आपरेशन बढ़ाया जाना है।
8 प्वाइंट में समझें जोहो कंपनी
- SaaS company Zoho साफ्टवेयर कंपनी है, जो दुनिया भर से आपरेशन बढ़ाने जा रही है।
- जोहो कंपनी अपनी आडियो-वीडियो क्षमता को और बेहतर बनाने में निवेश कर रही है।
- ग्रामीण भारत को खुशहाल बनाने के लिए डीप टेक इकोसिस्टम विकसित करने में भी निवेश हो रहा है।
- कंपनी जोहो पीपल के माध्यम से एचआर सोल्यूशंस प्रोवाइड करती है।
- जोहो बुक्स के माध्यम से वित्तीय प्रबंधन की सर्विस प्रोवाइड की जाती है।
- कंपनी जोहो इंवेंटरी, जोहो सीआरएम और जोहो साइट जैसे अन्य प्रोडक्ट भी डिलीवर करती है।
- जोहो कंपनी कम से कम 2000 कर्मचारियों की भर्ती करने की प्लानिंग कर चुकी है।
- जहां भी कंपनी का आपरेशन बढ़ेगा, वहां पर अपस्किलिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाया जाएगा।
ग्रामीण भारत की प्रतिभा पर नजर
जोहो कंपनी भारत और अमेरिका में मौजूद है, जहां इसके करीब 10 हजार कर्मचारी काम करते हैं। हाल ही में कंपनी का विस्तार मिश्र, जेद्दाह, केपटाउन जैसे स्थानों पर भी हुआ है। जोहो की नजर अब ग्रामीण भारत की प्रतिभाओं पर है और वे उन्हीं क्षेत्रों में भर्तियां करना चाहते हैं। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी शहर में अधिकांश टैलेंटेड लोग या तो छोटे शहरों से आते हैं या फिर ग्रामीण इलाकों से आते हैं। जहां हमें ऐसी प्रतिभाओं को साथ लाना है तो अपस्किलिंग प्रोग्राम में निवेश करना चाहिए।