सार

8.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 32,778.14 अंक पर बंद हुआ। हालात इतने खराब हो गए हैं कि शेयर बाजार लोअर सर्किट के बिल्कुल करीब जा पहुंचा, जिसे देखकर लोगों की धड़कनें बढ़ने लगीं। बता दें कि अगर शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आ जाती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग रोक दी जाती है। 

मुंबई. कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर वैश्विक बाजार हलकान हैं और इसका असर भारतीय बाजार पर भी है। इसे वैश्विक महामारी घोषित किये जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को बीएसई का सेंसेक्स 2,919 अंक ध्वस्त हो गया।

2008 के बाद पहली बार सेंसेक्स लोअर सर्किट के पास पहुंचा

अंकों के आधार पर यह सेंसेक्स की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। वैश्विक बाजारों में भी तेज गिरावट देखी गयी। स्थानीय बाजार के प्रमुख 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 3,204.30 अंक तक गोता लगा गया था। अंत में यह 2,919.26 अंक यानी 8.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 32,778.14 अंक पर बंद हुआ। हालात इतने खराब हो गए हैं कि शेयर बाजार लोअर सर्किट के बिल्कुल करीब जा पहुंचा, जिसे देखकर लोगों की धड़कनें बढ़ने लगीं। बता दें कि अगर शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आ जाती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग रोक दी जाती है। 

SBI को सबसे ज्यादा 13.23% का नुकसान हुआ

एनएसई के निफ्टी में भी भारी गिरावट रही। निफ्टी 868.25 अंक यानी 8.30 प्रतिशत गिरकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की सभी कंपनियां नुकसान में रहीं। भारतीय स्टेट बैंक को सर्वाधिक 13.23 प्रतिशत का नुकसान हुआ। ओएनजीसी, एक्सिस बैंक, आईटीसी और टीसीएस के शेयरों में भी 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली। विश्व स्वास्थ्य (रिपीट स्वास्थ्य) संगठन के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी घोषित करने का वैश्विक शेयर बाजारों पर बहुत बुरा असर पड़ा।

(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)

(प्रतिकात्मक फोटो)